अमेरिकन सेंटर चेन्नई ने 48वें चेन्नई पुस्तक मेले में एक खास स्टॉल लगाया है। यहां आने वाले लोग उनकी किताबों और डिजिटल संसाधनों के बड़े संग्रह को देख सकते हैं। यह स्टॉल 12 जनवरी 2025 तक आम लोगों के लिए खुला रहेगा। पुस्तक मेले में YMCA नंदनम में स्टॉल के उद्घाटन के मौके पर चेन्नई में कार्यवाहक अमेरिकी महावाणिज्य दूत ग्वेंडोलिन लेवेलिन ने साहित्य और ज्ञान की इनोवेशन को बढ़ावा देने में भूमिका पर जोर दिया।
इस मौके पर ग्वेंडोलिन लेवेलिन ने कहा, 'अमेरिकन सेंटर का पुस्तक मेले में हिस्सा लेना साहित्य और जानकारी की इनोवेशन और रचनात्मकता को बढ़ावा देने की ताकत को दर्शाता है। हम भारत और अमेरिका के चेंजमेकर्स को अपनी मान्यताओं पर सवाल उठाने, गंभीरता से सोचने, समझ को बढ़ाने और अनोखे नजरिए से काम करने के लिए सशक्त बनाने के लिए समर्पित हैं, ताकि दुनिया पर महत्वपूर्ण असर डाला जा सके।'
अमेरिकन सेंटर के स्टॉल पर अमेरिका में शिक्षा और आदान-प्रदान के मौके दिखाए जा रहे हैं। यह छात्रों, पेशेवरों, शोधकर्ताओं और अकादमिक लोगों के लिए हैं। eLibraryUSA पर खास कार्यक्रम और ओरिएंटेशन भी हैं। eLibraryUSA एक डिजिटल लाइब्रेरी है जो कई कॉमर्शियल डेटाबेस तक पहुंच देती है।
यहां आने वाले लोग अमेरिकन सेंटर की मेंबरशिप पर छूट भी पा सकते हैं। इस मेंबरशिप से चेन्नई में अमेरिकी महावाणिज्य दूतावास में मौजूद लाइब्रेरी तक पहुंच मिलती है। इस लाइब्रेरी में 15,000 से ज्यादा किताबें और तरह-तरह के मल्टीमीडिया ई-रिसोर्सेज हैं। मेंबरशिप में eLibraryUSA के जरिए जर्नल्स, मैगजीन, अखबार, डिसेर्टेशन और वीडियोज तक खास पहुंच भी शामिल है।
अमेरिकन सेंटर के जरिए महावाणिज्य दूतावास का मकसद ऐसी बातचीत और कार्यक्रम करना है जो चेंजमेकर्स को चुनौती दें और उन्हें प्रेरित करें। इससे अमेरिकी मूल्यों और अवसरों का समावेशी और परिवर्तनकारी विजन को बढ़ावा मिलता है।
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