अमेरिका के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने अपनी दिल्ली यात्रा के दौरान दोनों लोकतंत्रों के बीच गहराते संबंधों पर विस्तार से प्रकाश डाला और अमेरिका-भारत संबंधों की व्याख्या 'प्राकृतिक साझेदार' के रूप में की।
भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (IIT) नई दिल्ली में 'संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत: एक साझा भविष्य का निर्माण' शीर्षक से आयोजित एक कार्यक्रम में सुलिवन ने कहा कि हमने जो साझेदारी बनाई है वह इरादे, पसंद, दृढ़ संकल्प तथा सामूहिक नेतृत्व की आधारशिला पर केंद्रित है।
सुलिवन ने कहा कि पिछले कुछ वर्षों में मैंने देखा है कि लोगों ने संयुक्त राज्य अमेरिका और भारत को प्राकृतिक साझेदार के रूप में संदर्भित किया है। कई मायनों में यह सच है। हमारे लोकतंत्र जुड़े हुए हैं, हमारी कंपनियां जुड़ी हुई हैं, हमारे विश्वविद्यालय जुड़े हुए हैं और किसी भी चीज से अधिक हमारे लोग जुड़े हुए हैं।
सुलिवन ने भविष्य की प्रौद्योगिकियों को आकार देने के लिए दोनों देशों द्वारा किए गए कार्यों पर गर्व व्यक्त किया। उन्होंने महत्वपूर्ण सहयोग पर प्रकाश डाला जिसमें तमिलनाडु में सौर पैनल निर्माण में अमेरिकी विकास वित्त निगम (DFC)) का लगभग 1 अरब डॉलर का निवेश भी शामिल है।
उन्होंने दोनों देशों के बीच व्यापक तकनीकी सहयोग को भी रेखांकित किया। उन्होंने कहा कि उदाहरण के लिए QUAD के माध्यम से हमने खुली RAN तकनीक देने की योजना की घोषणा की है जो दुनिया में 5G और 6G लाएगी। एआई-संचालित कृषि समाधान, विकासशील अर्थव्यवस्थाओं के लिए अत्याधुनिक उपग्रह डेटा और 2023 के सितंबर माह में दिल्ली में जी20 शिखर सम्मेलन में हमने एक साथ भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) के शुभारंभ की घोषणा की जो एक महत्वाकांक्षी पहल है।
अमेरिका-भारत संबंधों के विकास के शुरूआती मार्ग को लेकर सुलिवन ने कई महत्वपूर्ण मामले साझा किये। जैसे कि राष्ट्रपति जॉर्ज डब्ल्यू बुश और भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के कार्यकाल के दौरान नागरिक परमाणु समझौता और 2016 में भारत को एक प्रमुख रक्षा भागीदार के रूप में नामित करना। उन्होंने इन उपलब्धियों का श्रेय इरादे से किए गए प्रयासों को दिया। दोनों देशों द्वारा 'इतिहास की झिझक' को दूर करने के लिहाज से।
सुलिवन ने रणनीतिक साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए अमेरिका की प्रतिबद्धता को दोहराते हुए निष्कर्ष निकालाकि भविष्य की प्रौद्योगिकियों को आकार देने के लिए अमेरिका और भारत ने मिलकर जो काम किया है उस पर मुझे बहुत गर्व है।
नई दिल्ली में सुलिवन ने वरिष्ठ अमेरिकी अधिकारियों के एक प्रतिनिधिमंडल के साथ भारतीय राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल से मुलाकात की और द्विपक्षीय, क्षेत्रीय तथा वैश्विक मुद्दों पर गहराई के साथ चर्चा की।
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