ADVERTISEMENTs

कोड ब्लू: भारतवंशी छात्रा ने AI से क्रांतिकारी तकनीक विकसित की

अशमिता ने अपनी यात्रा को लेकर कहा, "अगर मैं बर्कले नहीं जाती, तो यह सब संभव नहीं होता।"

अशमिता कुमार /

एक छोटी सी सोच, एक बड़ी क्रांति! यूसी बर्कले की तीसरी साल की छात्रा अशमिता कुमार ने अपने परिवार के अनुभवों से प्रेरित होकर एक ऐसा एआई-आधारित स्टार्टअप 'कोड ब्लू' विकसित किया है, जो स्मार्ट डिवाइसों का उपयोग करके स्ट्रोक के शुरुआती संकेतों का पता लगा सकता है। इस क्रांतिकारी तकनीक के जरिए न केवल स्ट्रोक के लक्षणों का पता चलता है, बल्कि यह उपयोगकर्ताओं को तुरंत चिकित्सा सहायता लेने के लिए भी सचेत करता है।

परिवार के अनुभवों से मिली प्रेरणा
अशमिता ने इस विचार को अपने परिवार के अनुभवों से प्रेरित होकर विकसित किया। जब वह आठ साल की थीं, तब उनके दादा को स्ट्रोक हुआ था, और उस समय लक्षणों को पहचानने में देर हो गई, जिससे उनका स्वास्थ्य प्रभावित हुआ। इसके बाद, 2021 में जब उनके पिता के चेहरे का आधा हिस्सा ढलने लगा, तो अशमिता ने उन्हें चिकित्सा सहायता लेने के लिए प्रेरित किया।

कोड ब्लू का कार्यप्रणाली
'कोड ब्लू' का उद्देश्य है कि स्ट्रोक के प्रारंभिक लक्षणों की पहचान स्मार्ट डिवाइसों से की जाए। यह तकनीक 30 सेकंड के अंतराल पर आवाज़ और चेहरे की हरकतों का विश्लेषण करती है। अगर इसमें कोई असामान्यता पाई जाती है, तो यह उपयोगकर्ता को अलर्ट करती है और आवश्यक होने पर आपातकालीन सेवाओं को सूचित करती है।

यह भी पढ़ें-  नुपुर निशीथ: भारत की प्राचीन कला को वैश्विक मंच पर पहुंचाने वाली कलाकार

प्रारंभिक प्रतिक्रिया और विस्तार की योजना
अशमिता ने इस स्टार्टअप का विचार 2023 में एक इनोवेशन समिट में प्रस्तुत किया था, और वहां से सकारात्मक प्रतिक्रिया मिली। अब, वह इस तकनीक का परीक्षण करने के लिए सैन फ्रांसिस्को के डॉक्टरों के साथ मिलकर पांच मरीजों पर काम कर रही हैं, और उनका उद्देश्य इसे 100 प्रतिभागियों तक बढ़ाना है। इसके अलावा, वह एफडीए (FDA) से अनुमोदन प्राप्त करने की प्रक्रिया में हैं, ताकि यह तकनीक व्यापक रूप से उपलब्ध हो सके, जैसे कि एप्पल वॉच जैसी उपभोक्ता स्वास्थ्य तकनीकें हैं।

यूसी बर्कले के ईकोसिस्टम से मिली मदद
अशमिता की सफलता को UC बर्कले के नवाचार और उद्यमिता अधिकारी डैरेन कुक ने सराहा और इसे विश्वविद्यालय के स्टार्टअप ईकोसिस्टम की मदद से एक महत्वपूर्ण कदम बताया। अब, अशमिता 2 अप्रैल को 'एसीसी इनवेंचर प्राइज' के लिए भी प्रतिस्पर्धा करेंगी, जहां वह अपने विचार को लाइव ऑडियंस और न्यायाधीशों के सामने प्रस्तुत करेंगी।

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related