पर्ड्यू यूनिवर्सिटी में एआई और मशीन लर्निंग में पीएचडी कर रहीं भारतीय मूल की करेन डिसूजा एआई बेस्ड एक ऐसा लर्निंग टूल डेवलप कर रही हैं, जो स्टूडेंट्स का एंगेजमेंट बढ़ाएगा और लर्निंग आउटकम को बेहतर बनाएगा।
डिसूजा ने पर्ड्यू से इलेक्ट्रिकल एंड कंप्यूटर इंजीनियरिंग में मास्टर्स किया, लेकिन कंप्यूटर साइंस में रिसर्च की संभावनाओं से प्रेरित होकर पीएचडी करने का फैसला किया। 2021 से वह प्रोफेसर स्नेहासिस मुखोपाध्याय के नेतृत्व वाले इंडियानापोलिस में स्थित रिसर्च ग्रुप का हिस्सा हैं।
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डिसूजा ने कहा कि यह रिसर्च मेरे लिए सही फैसला था क्योंकि मैं नई तकनीकों पर काम करना चाहती थी। बेंगलुरु की रहने वाली डिसूजा केमिस्ट्री के छात्रों के लिए एआई बेस्ड एजुकेशन सिस्टम बनाने को लेकर प्रभावित थीं। पर्ड्यू यूनिवर्सिटी ने उन्हें शोध को आगे बढ़ाने के लिए सपोर्ट किया।
डिसूजा का शोध ऑनलाइन अंडरग्रेजुएट केमिस्ट्री कोर्स पर फोकस्ड है जो साइबर पीयर लीड टीम लर्निंग (cPLTL) नाम के शैक्षिण उपकरण का इस्तेमाल करता है। यह मॉडल छात्रों को छोटे समूहों में सीखने में मदद करता है। इसमें पारंपरिक शिक्षक की भूमिका नहीं होती।
उनका एआई AI मॉडल आलोचनात्मक तर्क, टीमवर्क और समस्याओं के समाधान जैसी स्किल्स का विश्लेषण करता है। डेटा की गोपनीयता संबंधी चिंताओं की वजह से सार्वजनिक रूप से उपलब्ध शैक्षिक डेटासेट तक सीमित पहुंच थी इसलिए उन्होंने जनरेटिव एआई का इस्तेमाल कर लार्ज लैंग्वेज मॉडल (LLM) पर शोध किया।
डिसूजा का शोध कोरोना महामारी के दौरान हाइब्रिड और रिमोट लर्निंग की बढ़ती मांग के अनुरूप है। उन्होंने बताया कि मल्टीमॉडल एआई डेटा से संबंधित एक जटिल समस्या को हल करने में मदद करता है जबकि ह्यूमन इन द लूप विजन सुनिश्चित करता है कि हर चरण में इंसानी पहलु जोड़े जाएं।
शोध के अलावा डिसूजा एआई सिक्योरिटी कोर्स भी कर रही हैं। उन्होंने पर्ड्यू मशीन लर्निंग क्लब में हिस्सा लिया और सोसाइटी ऑफ वीमेन इंजीनियर्स से जुड़कर उद्योग जगत के विशेषज्ञों के साथ नेटवर्किंग और लीडरशिप स्किल्स डेवलप कीं।
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