भारत-कनाडा के बीच बिगड़े संबंधों के बीच ब्रैम्पटन शहर प्रशासन ने हिंदू विरासत माह के तहत 23 नवंबर को होने वाला ध्वजारोहण कार्यक्रम रद्द करने की घोषणा की है।
कार्यक्रम रद्द करने की वजह श्रमिकों के संगठन कैनेडियन यूनियन ऑफ पब्लिक एम्प्लॉइज (CUPE) लोकल 831 से जुड़े के आंदोलन को बताया गया है। इस हड़ताल की वजह से शहर की तमाम सेवाओं पर असर पड़ा है। निवासियों को सिर्फ आवश्यक और आपातकालीन सेवाएं ही मिल पा रही हैं।
शहर के अधिकारियों ने कार्यक्रम रद्द किए जाने की पुष्टि करते हुए बताया कि हड़ताल की वजह से जिन कार्यक्रमों में कटौती गई है, उनमें ध्वजारोहण भी शामिल है। अब इसका आयोजन 2025 में ही संभव हो सकेगा।
शहर प्रशासन ने उम्मीद जताई है कि वह हड़ताली कर्मचारियों के साथ एक निष्पक्ष, दीर्घकालिक समझौते पर सहमति बनाने में कामयाब हो जाएगा। यह प्रस्तावित समझौता ब्रैम्पटन के निवासियों की वित्तीय जिम्मेदारी को संतुलित करते हुए कर्मचारियों के हितों का भी ख्याल रखेगा।
ब्रैम्पटन में रहने वाले हिंदू समुदाय के सदस्यों ने हिंदू विरासत माह का ध्वजारोहण कार्यक्रम रद्द होने पर निराशा जताई है। उनका कहना है कि आतंकवाद को लेकर बढ़ती चिंताओं के दौर में ऐसे आयोजन सामुदायिक संबंधों को मजबूत बनाने और समावेशिता को बढ़ावा देने में अहम भूमिका निभाते हैं।
हिंदू कनैडियन फाउंडेशन ने एक बयान में कहा है कि ध्वजारोहण समारोह को रद्द करने का फैसला इस बात का स्पष्ट उदाहरण है कि ब्रैम्पटन में हिंदु हितों को किस तरह कुचला जा रहा है। मजदूर संकट का हवाला देकर कार्यक्रम को रद्द करना चिंताजनक है।
संगठन ने आगे कहा कि इस वक्त समुदाय के सदस्यों को खालिस्तानी कट्टरपंथियों से खतरे का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में हम उम्मीद करते हैं कि शहर प्रशासन उनकी चिंताओं को देखते हुए सुनिश्चित करेगा कि भविष्य में होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में इस तरह की दिक्कतें न आएं।
This is a clear example of how the Hindu community is being marginalized in Brampton. The cancellation of the Hindu Heritage Month flag-raising, citing a labor disruption, is concerning.
— Hindu Canadian Foundation (HCF) (@officialHinduCF) November 8, 2024
With the community already facing #Khalistani extremism, it is crucial for the city to uphold… pic.twitter.com/UtsLcjIAPo
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