कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने वादा किया था कि वह अनिर्दिष्ट प्रवासियों को नियमित करने के लिए एक बड़ी योजना लेकर आएंगे। लेकिन अब उनकी सरकार ने हजारों प्रवासियों की उम्मीदों को चकनाचूर करने वाला बयान दिया है।
इमिग्रेशन मंत्री मार्क मिलर ने वैंकूवर में कारोबारी नेताओं के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा कि बड़े पैमाने पर नियमितीकरण योजना पर कम से कम अगले चुनाव तक तो विचार नहीं किया जा रहा है। लेकिन उन्होंने कहा कि इसका मतलब यह नहीं है कि जिन क्षेत्रों में हमें कुशल कामगारों की आवश्यकता है, वहां छोटे पैमाने पर नियमितीकरण करने की संभावना नहीं है।
अनुमानों के अनुसार, कनाडा में एक लाख से दस लाख के बीच अनिर्दिष्ट प्रवासी हैं। प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने पहले बड़ी महत्वाकांक्षी नियमितीकरण योजना लाने का किया था। लेकिन सर्वेक्षणों में कनाडा की खुली आव्रजन नीतियों को लेकर जनता के बदले रुख के बाद ट्रूडो के इरादे भी बदल गए हैं। वह शरण मांगने वालों, विदेशी छात्रों और अस्थायी विदेशी पेशेवरों समेत अन्य आप्रवासियों में कटौती के लिए नियमों को कड़ा बना रहे हैं।
ट्रूडो की अल्पमत वाली उदारवादी सरकार को इन दिनों मजबूत कंजरवेटिव विपक्ष का सामना करना पड़ रहा है जो मध्यावधि चुनाव कराने की मांग कर रहे हैं। चुनावों में उनकी 20 अंकों की बढ़त ने उनके हौसले और मजबूत कर दिए हैं। इमिग्रेशन सुधारों से जुडे सवाल पर मिनिस्टर मिलर का कहना था कि साफ है कि सस्ते विदेशी पेशेवरों की असीमित आपूर्ति का समय खत्म हो चुका है।
अमेरिका के निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की सीमा सुरक्षा और आव्रजन नीतियों से कनाडा कैसे प्रभावित हो सकता है, इस सवाल पर मिलर ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि वाशिंगटन के साथ सहयोग जारी रहेगा। कनाडा को भी अमेरिका से आने वाले प्रवासियों की समान समस्या का सामना करना पड़ा है।
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