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अमेरिकी कमोडिटी मार्केट रेगुलेटर ने राहुल वर्मा को बनाया डिवीजन डायरेक्टर

राहुल वर्मा इस भूमिका में बाजारों में पारदर्शिता, प्रतिस्पर्धा और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के साथ ही रेगुलेटरी अनुपालन की जिम्मेदारी भी संभालेंगी। 

राहुल वर्मा साल 2013 में CFTC से जुड़े थे। / Courtesy Image

अमेरिकी कमोडिटी फ्यूचर्स ट्रेडिंग कमीशन (CFTC) ने भारतीय मूल के राहुल वर्मा को मार्केट ओवरसाइट डिवीजन (DMO) का कार्यवाहक निदेशक नियुक्त किया है। 

राहुल वर्मा इस भूमिका में बाजारों में पारदर्शिता, प्रतिस्पर्धा और वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करने के साथ ही रेगुलेटरी अनुपालन की जिम्मेदारी भी संभालेंगी। 

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कार्यवाहक चेयरमैन कैरोलिन डी. फाम ने कहा कि राहुल ने एक दशक से अधिक समय तक CFTC में सेवाएं दी हैं। इस नई भूमिका के लिए उनके पास ज्ञान और अनुभव का भंडार है। मैं डीएमओ में उनकी लीडरशिप के लिए आभारी हूं।

राहुल वर्मा साल 2013 में CFTC से जुड़े थे। उन्होंने ऊर्जा, धातु, कृषि एवं सॉफ्ट कमोडिटी बाजारों की निगरानी की जिम्मेदारी संभाली। 2017 में उन्होंने मार्केट इंटेलिजेंस ब्रांच की स्थापना में अहम भूमिका निभाई। 

वर्मा बाद में मार्केट इंटेलिजेंस ब्रांच के कार्यवाहक उप निदेशक के रूप में भी कार्य किया। 2024 में उप निदेशक की अहम जिम्मेदारी संभाल रहे थे जहां उन्होंने मार्केट इंटेलिजेंस और प्रोडक्ट रिव्यू दोनों शाखाओं की देखरेख की।  

CFTC से पहले राहुल वर्मा ने प्राइवेट सेक्टर में जोखिम प्रबंधन और एडवाइजरी भूमिकाएं निभाईं। फेडरल एनर्जी रेगुलेटरी कमीशन कार्यालय में भी काम किया।  

राहुल ने आईआईटी दिल्ली से बीटेक करने के बाद केस वेस्टर्न रिजर्व यूनिवर्सिटी से मास्टर्स किया है। उसके बाद जॉर्ज वाशिंगटन यूनिवर्सिटी से एमबीए की डिग्री हासिल की है।  

CFTC के बारे में बताएं तो यह एक स्वतंत्र अमेरिकी सरकारी एजेंसी है जिसकी स्थापना 1974 में हुई थी। यह फ्यूचर्स, ऑप्शन्स और स्वैप्स मार्केट को रेगुलेट करती है और बाजारों में पारदर्शिता व वित्तीय स्थिरता सुनिश्चित करती है।
 

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