विदेशों में पढ़ाई के इच्छुक भारतीय छात्रों की जरूरतों को देखते हुए डीबीएस बैंक इंडिया ने नई पहल की है। 'डीबीएस स्टडी अब्रॉड टोटल असिस्ट' नामक योजना के जरिए छात्रों की वित्तीय और लॉजिस्टिक चिंताओं का समाधान करने का दावा किया गया है।
विदेश मंत्रालय के आंकड़े बताते हैं कि 2024 में 13 लाख से अधिक भारतीय छात्रों ने विदेश में अध्ययन किया। पिछले छह वर्षों में यह ट्रेंड लगभग दोगुना हो गया है। इस प्रवृत्ति को देखते हुए डीबीएस बैंक ने छात्रों और उनके परिजनों को जरूरतों को पूरा करने के लिए विशेष योजना लॉन्च की है।
डीबीएस बैंक इंडिया के प्रबंध निदेशक और उपभोक्ता बैंकिंग समूह के प्रमुख प्रशांत जोशी ने कहा कि विदेश में पढ़ाई के दौरान कई तरह की समस्याएं आती हैं। नए परिवेश में ढलना हो या फिर वित्तीय जरूरतों को पूरा करना, डीबीएस स्टडी अब्रॉड टोटल असिस्ट इसमें मदद के लिए तैयार है।
डीबीएस स्टडी अब्रॉड टोटल असिस्ट योजना की मुख्य विशेषताएं इस प्रकार हैं:
जीरो फीस रेमिटेंसः इसके तहत बिना शुल्क के उसी दिन विदेश में पैसे भेजे जा सकते हैं। इसके लिए परिजनों को अतिरिक्त खर्च नहीं करना होगा।
छात्र यात्रा बीमा: इसके तहत एक मिलियन अमरीकी डॉलर तक का प्रोटेक्शन दिया जाता है। कीमती सामान खोने और बीमारियों व दुर्घटनाओं से नुकसान भी कवर होता है।
शिक्षा ऋण: क्रेडिला फाइनेंशियल सर्विसेज लिमिटेड के जरिए लगभग 10.25 प्रतिशत सालाना ब्याज पर ऋण प्रदान किया जाता है।
जीरो फॉरेक्स मार्कअप: डीबीएस ट्रेजरर्स वीज़ा इन्फिनिट डेबिट कार्ड के इस्तेमाल से भारतीय छात्र विदेश में किफायती लेनदेन कर सकते हैं।
दूर बैठकर खाता खोलना: छात्र रवाना होने से पहले ही विदेशी बैंक में खाते खोलने और डेबिट कार्ड प्राप्त करने जैसी सुविधा का लाभ उठा सकते हैं।
डिजिटल बैंकिंग : इस योजना की पूरी प्रक्रिया कागज रहित है। छात्र और उनके परिजन डिजीबैंक ऐप के माध्यम से सभी सुविधाएं प्राप्त कर सकते है।
इतना ही नहीं, प्रीमियम बैंकिंग सर्विस डीबीएस ट्रेजरर्स के जरिए बैंक एनआरआई और हाई नेटवर्थ वाले लोगों (एचएनआई) को एक्सक्लूसिव लाइफस्टाइल प्रिविलेज और वित्तीय लाभ प्रदान करता है।
इसके तहत प्रिफरेंशियल फॉरेक्स रेट, शून्य सर्विस फीस और सिंगापुर, भारत व हांगकांग समेत एशिया के छह प्रमुख डीबीएस मार्केट्स में बिना शुल्क के एटीएम से रकम निकालने जैसी सुविधाएं प्रदान की जाती हैं।
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