अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को कहा कि उन्हें जानकारी मिली है कि भारत अपने टैरिफ को काफी हद तक कम करने जा रहा है। साथ ही, उन्होंने आने वाले दो दिनों में नए टैरिफ उपायों और पारस्परिक शुल्क (Reciprocal Tariffs) की शुरुआत की घोषणा करने की बात कही।
भारत टैरिफ कम करने को तैयार: ट्रम्प
ट्रम्प ने कहा कि "मुझे कुछ समय पहले ही पता चला है कि भारत अपने टैरिफ को बहुत ज्यादा कम करने जा रहा है। मैंने कहा, किसी ने यह पहले क्यों नहीं किया? कई देश अब अपने टैरिफ कम करने वाले हैं।"
जब उनसे पूछा गया कि क्या अमेरिकी टैरिफ के कारण कुछ सहयोगी देश चीन की ओर झुक सकते हैं, तो उन्होंने जवाब दिया, "नहीं, मुझे इसकी बिल्कुल भी चिंता नहीं है। बल्कि, मैं समझता हूं कि यह उनके लिए फायदे का सौदा होगा। वे समझेंगे कि अमेरिका को वर्षों से अनुचित शुल्क देना पड़ रहा था, और अब वे अपने टैरिफ खुद कम करेंगे।"
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अमेरिका की नई टैरिफ रणनीति
ट्रम्प ने बताया कि यूरोपीय संघ ने पहले ही अपने कार टैरिफ को घटाकर 2.5% कर दिया है, जो कि एक न्यूनतम शुल्क है। उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका लंबे समय से दुनिया के कई देशों को आर्थिक रूप से मदद करता आ रहा है, लेकिन बदले में उसे कोई सहयोग नहीं मिला।
ट्रम्प ने कहा "हम अगले दो दिनों में कुछ बड़े कदम उठाने जा रहे हैं, जिससे अमेरिका में धन वापसी होगी। अन्य देश इसे समझ रहे हैं, क्योंकि वे पिछले 50 वर्षों से अमेरिका का शोषण कर रहे थे। मैं इसे 'अमेरिका की मुक्ति' कहता हूं।" ट्रम्प ने जोर दिया कि उनकी टैरिफ नीतियों के कारण अमेरिका में बड़े पैमाने पर निवेश आ रहा है।
ताइवान की चिप कंपनियां अमेरिका में बड़े पैमाने पर निवेश कर रही हैं।
एप्पल अमेरिका में 500 अरब डॉलर का निवेश कर रहा है।
अन्य कई कंपनियां भी अमेरिका में निर्माण के लिए प्रतिबद्ध हो रही हैं, जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
अमेरिका में बने उत्पादों पर कर छूट का प्रस्ताव
ट्रम्प ने कहा कि अगर कोई व्यक्ति अमेरिका में बनी कार खरीदता है, तो उसे ऋण पर ब्याज में कटौती का लाभ मिलेगा। उन्होंने कहा"अगर आप अमेरिका में बनी कार खरीदते हैं, तो आपको ब्याज पर बड़ी कर छूट मिलेगी। यह पहले कभी नहीं हुआ है। यह उन लोगों के लिए बड़ा फायदा होगा जो टैक्स कटौती के आदी नहीं हैं।"
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