डोनाल्ड ट्रम्प ने सोमवार को अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में शपथ ली। वह अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बन गए हैं। इसके साथ ही अमेरिका में 'ट्रम्प युग' की शुरुआत हो गई है। शपथ ग्रहण के बाद ट्रम्प ने अपने भाषण में कहा कि देश में सुनहरे युग की शुरुआत हो गई है। उन्होंने दक्षिणी सीमा पर नेशनल इमरजेंसी घोषित की। उन्होंने कहा कि देश में घुसपैठ रोकना पहली और महंगाई को काबू करना दूसरी प्राथमिकता होगी। उन्होंने कार्यकारी शक्तियों की सीमा को बढ़ाने, लाखों अप्रवासियों को निर्वासित करने, अपने राजनीतिक विरोधियों के खिलाफ कार्रवाई करने और विश्व मंच पर अमेरिका की भूमिका को बदलने का वादा किया।
ट्रम्प ने अमेरिकी समयानुसार दोपहर 12 बजे (1700 GMT) से पहले अमेरिकी कैपिटल में बाइबल पर हाथ रखकर शपथ ली। यह शपथ अमेरिका के संविधान की "सुरक्षा, संरक्षण और बचाव" की थी, जिसे मुख्य न्यायाधीश जॉन रॉबर्ट्स ने दिलाई। उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने ट्रम्प से पहले शपथ ली।
कई अध्यादेशों पर साइन करेंगे ट्रम्प
नए व्हाइट हाउस अधिकारियों ने कहा कि राष्ट्रपति के रूप में अपने पहले घंटों में, ट्रम्प कई कार्यकारी आदेशों पर हस्ताक्षर करेंगे, जिनमें से 10 का उद्देश्य सीमा सुरक्षा और आप्रवासन पर होगा, जिसे उन्होंने अपनी सर्वोच्च प्राथमिकता बताया है।
दक्षिण सीमा पर नेशनल इमरजेंसी
ट्रम्प ने राष्ट्रपति दक्षिणी सीमा पर आपातकाल की घोषणा कर दी है, वहां सशस्त्र सैनिकों को भेजा जाएगा और एक नीति को फिर से शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ने पर मैक्सिको सीमा पर दीवार भी लगाई जाएगी।
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