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डॉ. सुरेश रेड्डी ने ओक ब्रूक ट्रस्टी के रूप में दूसरी बार चुनाव जीता, बताईं प्रतिबद्धताएं

रेड्डी ट्रस्टी पद के लिए तीन पदों पर चुनाव लड़ रहे चार उम्मीदवारों में से एक थे।

डॉ. सुरेश रेड्डी (एकदम बाईं ओर) ओक ब्रूक ट्रस्टी के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए विजयी हुए। / AAPI

इलिनोइस में ओक ब्रूक टाउनशिप के ट्रस्टी डॉ. सुरेश रेड्डी ने 1 अप्रैल को हुए चुनावों में दूसरा कार्यकाल जीता है। वे तीन रिक्तियों के लिए ट्रस्टी बनने के लिए चुनावी दौड़ में शामिल रहे चार उम्मीदवारों में से एक थे।

एक बयान में रेड्डी ने आभार व्यक्त किया और बताया कि उनकी जीत हर उस निवासी की है जो एकजुट, दूरदर्शी और समावेशी ओक ब्रूक में विश्वास करता है। रेड्डी ने कहा कि मुझ पर आपका विश्वास ईमानदारी, पारदर्शिता और उद्देश्य के साथ सेवा करने की मेरी प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करता है। मुझे जिम नागले और डॉ. मेलिसा मार्टिन के साथ काम करने का सम्मान मिला है। ये दो उत्कृष्ट व्यक्ति हैं जिनकी अद्वितीय प्रतिभा हमारे समुदाय के लिए अमूल्य होगी।

पेशे से चिकित्सक सुरेश रेड्डी ने बताया कि वे अपने जीवंत समुदाय के हर कोने का प्रतिनिधित्व करने के लिए पहले से कहीं ज़्यादा दृढ़ संकल्पित हैं। रेड्डी ने कहा कि ओक ब्रूक अपने विकास और प्रगति के एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है। मेरा दृढ़ विश्वास है कि खुले संवाद, आपसी सम्मान और साझा दृष्टिकोण के ज़रिए हम एक ऐसे गांव को आकार देना जारी रख सकते हैं जिसे हम सभी अपना घर कहने पर गर्व महसूस करें।

उन्होंने कहा कि चुनाव उन्हें विभाजित कर सकते हैं, लेकिन शासन उन्हें एकजुट करता है। इस अभियान के दौरान मैंने व्यक्तिगत रूप से एक हजार से ज़्यादा निवासियों से दरवाज़ा खटखटाकर, फोन करके और टेक्स्ट मैसेज करके संपर्क किया है और मैं विनम्रता के साथ आपको सुनना, आपसे जुड़ना और आपकी सेवा करना जारी रखूंगा।

रेड्डी ने अपने गृहनगर ओक ब्रूक के कई प्रमुख नेताओं को धन्यवाद दिया। ओक ब्रूक इलिनोइस राज्य का एक उपनगर है जिसमें वर्तमान मेयर लैरी हरमन और ओक ब्रूक के शासी निकाय के सदस्य शामिल हैं। इन्होंने ओक ब्रूक के ट्रस्टी बनने के लिए रेड्डी की उम्मीदवारी का समर्थन किया था।

डॉ सुरेश रेड्डी दक्षिण भारत के हैदराबाद के उपनगरों में पले-बढ़े। उन्हें हमेशा लोगों को एकजुट करने और साथ लाने का जुनून था। रेड्डी ने अपने बचपन के बारे में बताते हुए कहा कि वे पड़ोस के बच्चों को ‘गली क्रिकेट’ खेलने के लिए साथ लाते थे, कॉलेज में लोगों को एक साथ लाकर कार्यक्रम, प्रदर्शन और शैक्षिक दौरे आयोजित करते थे।

बकौल रेड्डी मुद्दों को सुलझाने के लिए विरोधी दलों को एक साथ लाना हमेशा से मेरी सबसे बड़ी ताकत रही है। सकारात्मक दृष्टिकोण लाने और समुदाय को वापस देने के लिए मुझमें हमेशा से एक मजबूत जुनून रहा है।

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