वर्ष 1994 में जब ऐश्वर्या राय ने 44वीं मिस वर्ल्ड प्रतियोगिता में ताज हासिल करने के लिए 87 दावेदारों को पीछे छोड़ा उससे पहले ही वह बॉलीवुड की सबसे बड़ी आशा बन चुकी थीं। प्रतिष्ठित मॉडल प्रतियोगिताएं जीतने और 1991 की शुरुआत में अमेरिकी 'वोग' में आने के साथ फैशन उद्योग में एक वैश्विक नाम ऐश्वर्या यानी दुनिया की सबसे खूबसूरत महिला को सिल्वर स्क्रीन पर लाने के लिए बॉलीवुड उत्साहित था।
ऐश्रव्या ने दक्षिण के सुपरस्टार मोहनलाल अभिनीत मणिरत्नम की फिल्म इरुवर से शुरुआत की। अपने बॉलीवुड डेब्यू की उम्मीदों को दरकिनार करते हुए उन्होंने वही किया जो उनके दिल ने कहा। इसके बाद उन्होंने 'और प्यार हो गया' और 'जींस' में काम किया। इनके लिए उन्हे सराहना के साथ आलोचना भी मिली। दोनों फिल्में दुनिया की सबसे बड़ी खूबसूरती का दावा लेकर आई थीं।
'प्लास्टिक' कहलाने से लेकर अपने डांस मूव्स में रोबोटिक कहे जाने तक ऐश्वर्या को अचानक इंडस्ट्री से निंदा का सामना करना पड़ा। वही इंडस्ट्री जो अब तक हाथों में मालाएं लेकर उनका स्वागत करने का इंतजार कर रही थी। लेकिन ऐश ने कभी भी स्पष्टीकरण नहीं दिया। उन्होंने अपनी कला को इतनी बारीकी से निखारा और इतनी ईमानदारी से नृत्य किया कि प्लास्टिक और रोबोटिक कहलाने के बजाय उन्हें इतनी खूबसूरत और प्रतिभाशाली होने के कारण अचानक भारत का कोहिनूर कहा जाने लगा। उन्हें मिली स्वीकृति को उनकी फिल्मों हम दिल दे चुके सनम (1997) और बाद में देवदास (2002) के लिए फिल्मफेयर पुरस्कार से सम्मानित किया गया। देवदास के साथ वह कान्स में घूमने आईं। उन्होंने 2002 के कान्स फिल्म फेस्टिवल में रेड कार्पेट पर बेहद उत्साह के साथ डेब्यू किया था, जिसमें उन्होंने एक शालीन साड़ी पहनी थी, जो उनकी संस्कृति और भारत को सबसे खूबसूरत तरीके से दर्शाती थी।
उनके साथ शाहरुख खान और संजय लीला भंसाली भी थे लेकिन वैश्विक मोर्चे पर उन्होंने जो प्रभाव डाला वह केवल उनका ही था। यह स्वाभाविक ही था कि महोत्सव में जूरी सदस्य के रूप में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाली पहली भारतीय अभिनेत्री के रूप में वह 2003 कान्स रेड कार्पेट पर कदमताल करती दिखीं। यानी एक बड़ा सम्मान और एक सुपात्र को।
उनका हॉलीवुड डेब्यू लगभग जैविक और प्रत्याशित था। इसकी शुरुआत गुरिंदर चड्ढा द्वारा जेन ऑस्टिन की 'प्राइड एंड प्रेजुडिस' के रूपांतरण के साथ हुई। फिल्म में बदलाव किया गया और इसे 'ब्राइड एंड प्रेजुडिस' नाम दिया गया। ऐश्वर्या यहीं नहीं रुकीं। उन्हें पश्चिम से अधिक प्रस्ताव मिले जिनमें द मिस्ट्रेस ऑफ स्पाइसेस और द पिंक पैंथर 2 शामिल हैं। उन्होंने स्टीव मार्टिन के साथ पर्दा साझा किया। उसकी खूबसूरती जाहिर तौर पर बाकी सब चीजों से बढ़कर थी।
अभिनेता विल स्मिथ को आज तक इस बात का मलाल है कि अन्य प्रतिबद्धताओं के चलते ऐश्वर्या उनकी फिल्म हिच नहीं कर सकीं। स्मिथ ने साझा किया कि ऐश्वर्या राय में एक शक्तिशाली ऊर्जा है। उन्हें कुछ भी कहने की जरूरत नहीं है, उन्हें कुछ भी करने की जरूरत नहीं है। मैं वास्तव में हिच में उनके साथ काम करना चाहता था लेकिन वह उस समय ब्राइड एंड प्रेजुडिस की शूटिंग कर रही थीं।
प्रिटी वुमन अभिनेत्री जूलिया रॉबर्ट्स को भी राय इतनी खूबसूरत लगीं कि शब्दों में बयां नहीं किया जा सकता! जो कलाकार इस संसार से जुड़े हैं वे अकेले नहीं हैं जो ऐश्वर्या राय से प्रभावित हैं। गायिका बेयॉन्स नोल्स भी उन्हें अद्भुत मानती हैं। वह कह चुकी हैं कि मुझे देवदास बहुत पसंद आई, ऐश्वर्या राय बच्चन अद्भुत थीं! मैं फिल्म के अंत में रो पड़ी। वूल्वरिन फेम वाले ह्यू जैकमैन भी उन लोगों में से थे जो हमारी भारतीय गुड़िया से अपनी आंखें नहीं हटा सके। उन्होंने कहा- तुम वास्तव में एक बहुत सुंदर अभिनेत्री हो। इस तरह ऐश्वर्या जल्द ही भारतीय सिनेमा में अपने योगदान के लिए पद्म श्री प्राप्त करने वाली सबसे कम उम्र की भारतीय अभिनेत्री बन गईं।
ऐश्वर्या की उपलब्धियों के बारे में उनके सह-कलाकार शाहरुख ने एक बार कहा था कि मुझे इस बात पर बहुत गर्व है कि जब आप लंदन, फ्रांस, जर्मनी जाते हैं तो लोग केवल दो भारतीय नामों को पहचानते हैं। ऐश्वर्या राय और अमिताभ बच्चन। इतने सालों तक... अद्भुत है। लेकिन ऐश्वर्या राय हमारी समकालीन हैं, हममें से कई लोगों से छोटी हैं, उन्होंने शायद मुझसे कम काम किया है किंतु फिर भी भारतीय सिनेमा का अंतरराष्ट्रीय चेहरा बनना महान है।
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