हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के प्रेसिडेंट एलन एम. गार्बर का भारत दौरा रद्द हो गया है। उन्हें स्प्रिंग ब्रेक के दौरान मुंबई और नई दिल्ली का दौरा करना था लेकिन पिछले हफ्ते उन्होंने अपनी यात्रा रद्द कर दी।
गार्बर की यात्रा एक महीने पहले से निर्धारित थी। इस दौरान उन्हें पूर्व छात्रों, दानदाताओं और शैक्षणिक नेताओं से मुलाकात करनी थी। यूनिवर्सिटी के प्रवक्ता जेसन ए. न्यूटन ने यात्रा रद्द होने की पुष्टि की। लेकिन यह स्पष्ट नहीं किया कि यात्रा स्थगित क्यों की गई।
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माना जा रहा है कि गार्बर की यात्रा रद्द होने का संबंध आईवी लीग विश्वविद्यालयों पर बढ़ती संघीय जांच से सकता है। हाल ही में ट्रंप प्रशासन ने कोलंबिया यूनिवर्सिटी को एक पत्र भेजा था जिसमें 400 मिलियन डॉलर की संघीय फंडिंग बहाल करने की पेशकश की गई थी।
इस मदद के बदले विश्वविद्यालय से अनुशासनात्मक कार्रवाई तेज करने और मध्य-पूर्व अध्ययन विभाग पर निगरानी बढ़ाने के लिए कहा गया था। कोलंबिया ने इन मांगों को स्वीकार कर लिया, जिससे यह आशंका बढ़ गई कि बाकी आईवी लीग संस्थानों पर भी इसी तरह का दबाव डाला जा सकता है।
गार्बर की यात्रा रद्द होने पर मुंबई और दिल्ली में हार्वर्ड के पूर्व छात्रों के कार्यक्रमों को नेटवर्किंग इवेंट्स में बदल दिया गया। अगर गार्बर की यात्रा रद्द न हुई होती तो यह 2006 के बाद हार्वर्ड के किसी प्रेसिडेंट की पहली भारत यात्रा होती।
गार्बर के अलावा डिप्टी प्रोवोस्ट (इंटरनेशनल अफेयर्स) मार्क सी. इलियट को मुंबई के सेंट जेवियर्स कॉलेज का दौरा करना था। उस दौरान उनका कोरोना महामारी के बाद लिबरल आर्ट्स में आए बदलावों पर चर्चा का कार्यक्रम था।
जनवरी में क्लॉडिन गे के इस्तीफे के बाद एलन गार्बर ने हार्वर्ड के ग्लोबल संबंधों को मजबूत करने को प्राथमिकता दी है। पिछले महीने उन्होंने मियामी में पूर्व छात्रों के एक कार्यक्रम में हिस्सा लिया था और उससे पहले लंदन में दानदाताओं से मिलने गए थे।
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