ओक्लाहोमा स्टेट यूनिवर्सिटी (OSU) के एसोसिएट प्रोफेसर हितेश वोरा को इमर्जिंग मैन्युफैक्चरिंग लीडर्स अवार्ड से सम्मानित किया गया है। उन्हें यह पुरस्कार मैन्युफैक्चरिंग इंडस्ट्री में बेहतरीन योगदान के लिए प्रदान किया गया है।
टुल्सा टेक्नोलॉजी सेंटर में पिछले महीने आयोजित एक विशेष कार्यक्रम के दौरान उन्हें यह सम्मान दिया गया। इस दौरान वर्कफोर्स डेवलपमेंट, एनर्जी एफिशिएंसी और इनोवेशन में उनके नेतृत्व की भी सराहना की गई।
हितेश वोरा OSU के कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग, आर्किटेक्चर एंड टेक्नोलॉजी (CEAT) में फैकल्टी हैं। उन्होंने आधुनिक मैन्युफैक्चरिंग प्रैक्टिस को आगे बढ़ाने में अहम भूमिका निभाई है।
ये भी पढ़ें - नेफ्रोलॉजी में भारतीय का कमाल, अमित गुप्ता ने जीता ISN पायनियर अवार्ड
वोरा OSU के एनर्जी एफिशिएंसी हब का नेतृत्व कर रहे हैं जिसमें इंडस्ट्रियल ट्रेनिंग एंड असेसमेंट सेंटर (ITAC), ग्रेट प्लेन्स सेंटर ऑफ एक्सीलेंस (GPCoE) और रूरल एनर्जी असेसमेंट सेंटर जैसे कई फेडरल और राज्य प्रायोजित सेंटर शामिल हैं।
वोरा के नेतृत्व में इन सेंटरों ने ओक्लाहोमा, कंसास, अर्कांसस और नॉर्थ टेक्सास में 1100 से अधिक मुफ्त ऊर्जा एवं उत्पादकता आकलन किए हैं। इसनें कई छोटे और मध्यम उद्यमों को फायदा पहुंचाया है।
OSU ITAC ने 137 मिलियन डॉलर से अधिक का खर्च बचाने की सिफारिशें की हैं जिससे मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर में सस्टेनेबिलिटी और एनर्जी कंजर्वेशन को बढ़ावा मिला है।
पुरस्कार मिलने पर वोरा ने कहा कि इमर्जिंग मैन्युफैक्चरिंग लीडर्स अवार्ड प्राप्त करना मेरे लिए बहुत बड़ा सम्मान है। मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर आर्थिक विकास, नवाचार और वर्कफोर्स डेवलपमेंट के लिए काफी महत्वपूर्ण है।
उन्होंने आगे कहा कि यह सम्मान मुझे इस क्षेत्र में और आगे बढ़ने तथा अगली पीढ़ी को इनोवेशन व सस्टेनेबिलिटी के साथ नेतृत्व के लिए तैयार करने की मेरी प्रतिबद्धता को मजबूत बनाता है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login