ADVERTISEMENTs

Cinequest फिल्म फेस्टिवल में "मैं एक्टर नहीं हूं" ने जीता दिल

I'm Not an Actor फिल्म में जाने-माने अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी और प्रतिभाशाली अदाकारा चित्रांगदा सतारूपा मुख्य भूमिकाओं में हैं।

स्क्रीनिंग के बाद निर्देशक आदित्य कृपलानी, निर्माता श्वेता छाबड़िया और अभिनेत्री चित्रांगदा सतरूपा ने दर्शकों के सवालों के जवाब दिए। / image credit : Ritu Marwah

साल 2025 की हिंदी-इंग्लिश भाषा की ड्रामा फिल्म "मैं एक्टर नहीं हूँ" (I'm Not an Actor) का प्रीमियर सैन जोस के सिनेक्वेस्ट फिल्म फेस्टिवल में हुआ। इस फिल्म में जाने-माने अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी और प्रतिभाशाली अदाकारा चित्रांगदा सतारूपा मुख्य भूमिकाओं में हैं।

कहानी की झलक
फिल्म की कहानी दो अलग-अलग शहरों में केंद्रित है– मुंबई और फ्रैंकफर्ट। 35 साल की मौनी रॉय (चित्रांगदा सतारूपा) मुंबई की एक अनुभवी एक्ट्रेस हैं। 55 वर्षीय अदनान (नवाजुद्दीन सिद्दीकी) एक रिटायर्ड बैंकर हैं जो पहली बार एक्टिंग की दुनिया में कदम रख रहे हैं। दोनों एक फिल्म के लिए ऑडिशन की तैयारी करते हैं।

मौनी अपने दर्द को आसानी से कैमरे के सामने व्यक्त कर देती है जबकि अदनान भावनाओं को अंदर ही दबाए रखता है। उसकी इस काबिलियत से प्रभावित होकर अदनान उससे एक्टिंग सीखने की गुजारिश करता है। मौनी अपने नियमों पर उसे सिखाने के लिए राजी हो जाती है।

सिनेक्वेस्ट फेस्टिवल में अभिनेत्री चित्रांगदा सतरूपा / image credit : Ritu Marwah

फिल्म में दोनों किरदारों के बीच एक अनोखा रिश्ता देखने को मिलता है। वे इंटरनेट के जरिए जुड़े रहते हैं और दुनिया के दो अलग-अलग कोनों में होते हुए भी एक-दूसरे के साथ महसूस करते हैं। जब मौनी मुंबई की लोकल ट्रेन में चढ़ती है, तब अदनान फ्रैंकफर्ट की मेट्रो में कदम रखता है। जैसे-जैसे फिल्म आगे बढ़ती है, उनके बीच गहरे राज खुलने लगते हैं।

फिल्म का अंत दर्शकों के मन में कई सवाल छोड़ जाता है। अंतिम सीन में जब अदनान अपने घर लौटता है तो मौनी उसकी संपन्न ज़िंदगी देखकर चौंक जाती है। वह उसे अपने सबसे गहरे दर्द से सामना करने के लिए मजबूर कर देती है। आखिर में दर्शक भावुक हो जाते हैं। 

ये भी देखें - डिंपल गर्ल प्रीति जिंटा की दास्तान.... जिसमें जिंदगी नहीं थी आसान

फिल्म निर्माण की दिलचस्प प्रक्रिया
स्क्रीनिंग के बाद फिल्म निर्देशक आदित्य कृपलानी, कार्यकारी निर्माता श्वेता छाबड़िया और प्रतिभाशाली अभिनेत्री चित्रांगदा सतरूपा ने दर्शकों के सवालों के जवाब दिए। यह फिल्म भारत और जर्मनी में एक साथ 28 दिनों में शूट की गई। दिलचस्प बात यह थी कि दोनों मुख्य कलाकार अपने सीन वीडियो कॉल पर लाइव परफॉर्म कर रहे थे। इस अनोखे आइडिया की शुरुआत कोविड के दौरान हुई, जब निर्देशक आदित्य और उनकी पत्नी श्वेता सिंगापुर में थे और शूटिंग नहीं कर पा रहे थे।

नवाजुद्दीन सिद्दीकी को ऐसे मनाया
एक दर्शक ने पूछा कि आपने नवाजुद्दीन सिद्दीकी को अपनी फिल्म के लिए कैसे मनाया? इस पर आदित्य ने हंसते हुए बताया कि वह नवाजुद्दीन के सोशल मीडिया पोस्ट्स पर कमेंट कर रहे थे और वहीं से बातचीत शुरू हुई। कुछ ऑनलाइन चैट के बाद नवाजुद्दीन फिल्म के लिए तैयार हो गए और महज 48 दिनों में फिल्म की शूटिंग शुरू हो गई।

निर्देशक आदित्य कृपलानी इससे पहले टिकली, लक्ष्मी बॉम्ब, टोटका पटाखा आइटम माल और नॉट टुडे जैसी शानदार फिल्मों के लिए जाने जाते हैं। चित्रांगदा सतारूपा उनके साथ चार फिल्मों में काम कर चुकी हैं और इस बार भी उन्होंने अपने अभिनय से दर्शकों का दिल जीत लिया। यह फिल्म सिनेक्वेस्ट के तहत कैलिफोर्निया थियेटर और 3Below में प्रदर्शित की गई थी जहां दर्शकों ने इसकी सराहना की।

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related