ADVERTISEMENTs

भारत ने मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपी क्रिप्टो प्रशासक को गिरफ्तार किया, अमेरिका ने किया था आग्रह

भारत के केंद्रीय जांच ब्यूरो ने बताया कि अलेक्सेज बेसिओकोव को दक्षिण भारतीय राज्य केरल से गिरफ्तार किया गया।

सांकेतिक तस्वीर / Stock image/Pexels

भारत के शीर्ष अपराध निरोधक ब्यूरो (CBI) ने 12 मार्च को बताया कि वॉशिंगटन के अनुरोध पर भारतीय अधिकारियों ने एक क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज प्रशासक को गिरफ्तार किया है। उस परमनी लॉन्ड्रिंग की साजिश रचने और प्रतिबंधों के उल्लंघन का आरोप है।

पिछले सप्ताह अमेरिकी न्याय विभाग ने कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका, जर्मनी और फिनलैंड ने रूसी क्रिप्टोकरंसी एक्सचेंज गारंटेक्स द्वारा उपयोग किए जाने वाले ऑनलाइन बुनियादी ढांचे को बंद कर दिया है साथ ही एक्सचेंज के दो प्रशासकों पर आरोप लगाए गए हैं।

न्याय विभाग ने 7 मार्च को बताया कि उन प्रशासकों में से एक रूसी निवासी और लिथुआनियाई नागरिक एलेक्सेज बेसिओकोव था, जिस पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप लगाया गया था और उस पर प्रतिबंधों का उल्लंघन करने और बिना लाइसेंस के धन-प्रेषण व्यवसाय चलाने का भी आरोप था।

यह भी पढ़ें : भारत में बैठकर अमेरिकियों को ठगने वालों की खैर नहीं, CBI-FBI मिलकर कसेंगे शिकंजा

भारत के केंद्रीय जांच ब्यूरो ने कहा कि बेसियोकोव को दक्षिणी भारतीय राज्य केरल में गिरफ्तार किया गया था। वह अमेरिकी अधिकारियों द्वारा वांछित था। CBI ने कहा कि वॉशिंगटन के अनुरोध पर भारत के विदेश मंत्रालय ने एक अनंतिम गिरफ्तारी वारंट जारी किया था।

इसमें यह भी कहा गया कि बेसियोकोव भारत से भागने की योजना बना रहा था। यह तुरंत स्पष्ट नहीं हो पाया कि वह भारत में क्यों था। वॉशिंगटन से बेसियोकोव के प्रत्यर्पण की कोशिश करने की उम्मीद है। उनके प्रतिनिधि से तुरंत संपर्क नहीं हो सका।

अमेरिकी न्याय विभाग के प्रवक्ता ने सीएनएन को बताया कि मैं पुष्टि कर सकता हूं कि गारंटेक्स के प्रशासकों में से एक एलेक्सेज बेसियोकोव को संयुक्त राज्य अमेरिका के अनुरोध पर भारत में गिरफ्तार किया गया था।

अमेरिकी न्याय विभाग ने पिछले सप्ताह कहा कि अप्रैल 2019 से अब तक एक्सचेंज ने कम से कम 96 अरब डॉलर क्रिप्टोकरंसी लेनदेन को संसाधित किया है। अप्रैल 2022 में अमेरिका ने गारंटेक्स पर प्रतिबंध लगा दिया था।

ब्लॉकचेन रिसर्च कंपनी TRM लैब्स ने पिछले सप्ताह एक ब्लॉग पोस्ट में कहा कि गारंटेक्स को हटाना 'अवैध वित्त के खिलाफ लड़ाई में एक प्रमुख मील का पत्थर है' लेकिन चेतावनी दी कि प्रतिबंधित एक्सचेंज अक्सर नई इकाइयां बनाकर प्रतिबंधों से बचने का प्रयास करते हैं।

 

 

 

 

 

 

 

 

 

 

Comments

ADVERTISEMENT

 

 

 

ADVERTISEMENT

 

 

E Paper

 

 

 

Video

 

Related