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मेजर राधिका सेन को यूएन का प्रतिष्ठित पुरस्कार मिलने पर भारतीय मिशन ने दी बधाई

मेजर राधिका सेन ने मार्च 2023 से लेकर अप्रैल 2024 तक कांगो में भारतीय त्वरित तैनाती बटालियन के साथ सेवाएं दी थीं।

मेजर राधिका सेन को यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस ने पुरस्कृत किया था। / X @UNPeacekeeping

भारतीय सेना की मेजर राधिका सेन को संयुक्त राष्ट्र की तरफ से साल 2023 का प्रतिष्ठित युनाइटेड नेशंस मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द इयर अवॉर्ड दिए जाने को याद करते हुए यूएन स्थित भारतीय मिशन ने बधाई दी है। 

मेजर राधिका सेन को अंतरराष्ट्रीय संयुक्त राष्ट्र शांतिरक्षक दिवस के अवसर पर 30 मई को यह पुरस्कार प्रदान किया गया था। उन्हें लैंगिक समावेशिता एवं समानता में उत्कृष्ट योगदान के लिए इस पुरस्कार से सम्मानित किया गया। उन्हें यूएन महासचिव एंतोनियो गुतेरेश ने यह पुरस्कार प्रदान किया था।

संयुक्त राष्ट्र समाचार के अनुसार, 1993 में भारत के हिमाचल प्रदेश में जन्मी राधिका सेन ने मार्च 2023 से लेकर अप्रैल 2024 तक कांगो गणराज्य के पूर्वी इलाके में भारतीय त्वरित तैनाती बटालियन (INDRDB) में MONUSCO के सम्पर्क एवं संवाद दल की कमांडर के रूप में सेवाएं दी हैं। 

संयुक्त राष्ट्र का मिलिट्री जेंडर एडवोकेट ऑफ द इयर पुरस्कार की शुरुआत 2016 में हुई थी। इसे किसी सैन्य शांतिरक्षक को महिलाओं और शान्ति व सुरक्षा पर यूएन सुरक्षा परिषद के प्रस्ताव 1325 के सिद्धांतों को बढ़ावा देने के प्रयासों और समर्पण के लिए प्रदान किया जाता है।

मेजर राधिका सेन ने बायोटेक इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की है। आठ साल पहले जब वह आईआईटी मुंबई से मास्टर्स कर रही थीं, तब उन्होंने सशस्त्र बलों में शामिल होने का फैसला किया था।  इसके बाद मार्च 2023 में उन्हें भारतीय त्वरित तैनाती बटालियन के साथ यूएन मिशन MONUSCO में भेजा गया। 

न्यूयॉर्क स्थित संयुक्त राष्ट्र में भारत के स्थायी मिशन ने सोमवार को मेजर राधिका सेन को बधाई देते हुए कहा कि उन्हें यूएन महासचिव एंतोनियो गुतारेस के हाथों मिलिट्री जेंडर एडवोकेट पुरस्कार से सम्मानित किया गया जो कि कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में महिलाओं के लिए शांतिदूत के रूप में उनकी उल्लेखनीय सेवाओं को मान्यता प्रदान करता है।


 

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