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ऊर्जा क्रांति: 500 GW का लक्ष्य लेकर भारत ऊर्जा क्षेत्र में बना रहा है नया इतिहास

दिल्ली में हुए इंडिया एनर्जी वीक 2025 ने ऊर्जा के क्षेत्र में भारत की नई दिशा दिखाई। देश ने OALP राउंड X के जरिए तेल और गैस अन्वेषण को बढ़ावा दिया, अमेरिका के साथ LNG साझेदारी को मजबूत किया, और दुनिया भर में तेल निवेश का दायरा बढ़ाया। 

11 से 14 फरवरी तक दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में हुए इंडिया एनर्जी वीक (IEW) 2025 में भारत ने ऊर्जा क्षेत्र में बड़े निवेश हासिल किए। / X/@PetroleumMin

भारत 2030 तक हर साल 5 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) ग्रीन हाइड्रोजन बनाने और अपनी रिन्यूएबल एनर्जी (नवीकरणीय ऊर्जा) की क्षमता 500 GW तक बढ़ाने का काफी बड़ा लक्ष्य लेकर चल रहा है। साथ ही, देश का लक्ष्य है कि कार्बन उत्सर्जन में 45 प्रतिशत की कमी लाई जाए और 2070 तक नेट-जीरो एमिशन हासिल किया जाए।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय ने बताया, 'बायोफ्यूल, फ्लेक्स-फ्यूल गाड़ियां, इथेनॉल ब्लेंडिंग और ग्रीन हाइड्रोजन पर जबरदस्त फोकस है। भारत 2030 तक हर साल 5 मिलियन मीट्रिक टन (MMT) ग्रीन हाइड्रोजन बनाने के अपने लक्ष्य की तरफ तेजी से आगे बढ़ रहा है।'

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय के सचिव पंकज जैन ने जोर देकर कहा कि इस इवेंट से सोलर एनर्जी, हाइड्रोजन टेक्नोलॉजी और ऑयल एक्सप्लोरेशन (तेल अन्वेषण) में चल रही परियोजनाओं को और गति मिलेगी, जिससे भारत के ऊर्जा भविष्य को नया आकार मिलेगा। 11 से 14 फरवरी तक दिल्ली के यशोभूमि कन्वेंशन सेंटर में हुए इंडिया एनर्जी वीक (IEW) 2025 में भारत ने ऊर्जा क्षेत्र में बड़े निवेश हासिल किए और अपनी इनोवेशन को दुनिया के सामने रखा।

पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय और फेडरेशन ऑफ इंडियन पेट्रोलियम इंडस्ट्री (FIPI) द्वारा आयोजित यह इवेंट दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा ऊर्जा सम्मेलन बन गया है, जिसमें 120 से ज्यादा देशों के प्रदर्शक और निवेशक शामिल हुए।

  • तेल और गैस अन्वेषण में बढ़ोतरी: भारत ने OALP राउंड X शुरू किया, जिससे तेल और गैस अन्वेषण के लिए 200,000 वर्ग किमी क्षेत्र खोला गया है।
  • भारत-अमेरिका ऊर्जा संबंध: एलएनजी (LNG) साझेदारी को मजबूत किया गया है, जिसका लक्ष्य भारत के ऊर्जा मिश्रण में प्राकृतिक गैस के उपयोग को 6 प्रतिशत से बढ़ाकर 15 प्रतिशत करना है।
  • वैश्विक निवेश: ब्राजील, वेनेज़ुएला, रूस और मोजाम्बिक में तेल और गैस निवेश का विस्तार किया जा रहा है।
  • ऊर्जा स्टार्टअप्स को सम्मानित किया गया: अविन्या’25 एनर्जी स्टार्टअप चैलेंज और वसुधा स्टार्टअप चैलेंज ने कार्बन कैप्चर, AI-चालित समाधान और नवीकरणीय ऊर्जा में इनोवेटिव सफलताओं को पुरस्कार दिया।

IEW 2025 में नौ थीमैटिक जोन शामिल थे। इनमें हाइड्रोजन, बायोफ्यूल, रिन्यूएबल एनर्जी, एलएनजी, डिजिटलाइजेशन और पेट्रोकेमिकल्स हैं। इनमें सस्टेनेबल एनर्जी सॉल्यूशन्स में नई प्रगति को दिखाया गया।

दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा ऊर्जा उपभोक्ता होने के नाते भारत अपनी बढ़ती ऊर्जा मांग को जलवायु लक्ष्यों के साथ संतुलित कर रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की 'पंचामृत' रणनीति स्पष्ट लक्ष्य निर्धारित करती है। इसमें 2030 तक कार्बन उत्सर्जन में एक अरब टन की कमी करना और उसी वर्ष तक 50 प्रतिशत ऊर्जा नवीकरणीय स्रोतों से प्राप्त करना शामिल है। 

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