भारतीय मूल के वरिष्ठ अमेरिकी नेताओं ने पोप फ्रांसिस के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया है और उनकी विनम्रता, करुणा व सामाजिक न्याय के प्रति समर्पण को याद किया है।
कांग्रेसमैन राजा कृष्णमूर्ति (IL-08) ने पोप के वैश्विक प्रभाव को रेखांकित करते हुए कहा कि पोप फ्रांसिस ने विनम्रता, करुणा और साहस के साथ नेतृत्व प्रदान किया। उनकी सेवाएं सभी सीमाओं और धर्मों से परे थीं। शांति और न्याय की उनकी विरासत हमेशा कायम रहेगी।
Pope Francis led with humility, compassion, and courage—transcending borders and faiths in his call to serve the least among us. May Catholics and all who mourn his passing take comfort in knowing his legacy of peace and justice will endure. May he rest in eternal peace. pic.twitter.com/E1zfLuIXgd
— Congressman Raja Krishnamoorthi (@CongressmanRaja) April 21, 2025
वर्जीनिया के जनप्रतिनिधि सुहास सुब्रमण्यम (D-VA) ने कहा कि मैं पोप फ्रांसिस के निधन से दुखी हूं। वह एक महान नेता थे। अपनी करुणा, विनम्रता और लोगों से जुड़ने के लिए प्रसिद्ध थे। उनका कर्मठ जीवन लोगों के लिए एक उम्मीद की तरह था। उनकी ईमानदारी और उद्देश्यपूर्ण विरासत आने वाले वर्षों तक लोगों को प्रेरित करती रहेगी।
I am deeply saddened to hear of the passing of his holiness Pope Francis. He was a great leader - known for his compassion, humility, and outreach. His life of action has been a source of hope and he leaves behind him a legacy of integrity and purpose that will continue to…
— Rep. Suhas Subramanyam (VA-10) (@RepSuhas) April 21, 2025
मिशिगन स्टेट प्रतिनिधि श्री थानेदार (MI-13) ने पोप को एक दूरदर्शी नेता बताया और कहा कि सभी के लिए दया और न्याय के प्रति उनके अथक समर्पण ने दुनिया भर में करोड़ों लोगों को प्रेरित किया है।
Pope Francis was a visionary leader who inspired billions with his tireless dedication to kindness and justice for all.
— Congressman Shri Thanedar (@RepShriThanedar) April 21, 2025
May he rest in peace.
वर्जीनिया की सीनेटर गजाला हाशमी ने कहा कि पोप फ्रांसिस अक्सर ऐसे लोगों की आवाज उठाते थे जिनकी कोई अपनी कोई ताकत नहीं थी और उनकी सुनवाई नहीं होती थी। उनकी विनम्रता और दयालुता नैतिकता की मिसाल हैं।
Pope Francis leaves a legacy of compassion and dedication to a better world. He spoke often for those without voice or power. His humility and kindness serve as examples of moral leadership. https://t.co/WHt15oTipx
— Senator Hashmi (@SenatorHashmi) April 21, 2025
होबोकन के मेयर रवि भल्ला ने कहा कि पोप फ्रांसिस दया और विनम्रता की शक्ति की याद दिलाते थे। दूरियां मिटाकर लोगों को जोड़ने के उनके कार्यों ने करुणा की स्थायी विरासत छोड़ी है। उनकी यादें हमें बेहतर बदलाव के लिए प्रेरित करती रहेंगी।
न्यूयॉर्क स्टेट की असेंबलीवुमन जेनिफर राजकुमार ने विविध समुदायों पर पोप के प्रभाव का जिक्र करते हुए कहा कि न्यूयॉर्क शहर में हर धर्म के लोग साथ रहते हैं और यहां पोप का करुणामयी संदेश गूंजता था। वह गरीबों, विस्थापितों और भुला दिए गए लोगों के साथ खड़े रहते थे।
गौरतलब है कि पोप फ्रांसिस का रोम में फेफड़ों की पुरानी बीमारी और डबल निमोनिया के कारण निधन हो गया है। वह 12 साल तक पोप रहे। उनके पोप रहते कैथोलिक चर्च आधुनिकीकरण, हाशिए पर खड़े लोगों की पैरोकारी और धार्मिक संवाद को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए चर्चा में रहा।
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