न्यू यॉर्क में भारत के महावाणिज्य दूत बिनय श्रीकांत प्रधान ने अमेरिका के बड़े-बड़े शैक्षणिक संस्थानों के लीडर्स से मुलाकात की। इस मीटिंग में पढ़ाई, टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में भारत और अमेरिका के साथ मिलकर काम करने को लेकर चर्चा हुई। उन्होंने हार्वर्ड केनिडी स्कूल के डीन, जेरेमी वेनस्टाइन से भी मुलाकात की। इस मीटिंग में हार्वर्ड और भारतीय संस्थानों के बीच पहले से चल रहे और आगे होने वाले सहयोग पर बातचीत हुई। मकसद शैक्षणिक आदान-प्रदान और पॉलिसी रिसर्च में साथ मिलकर काम करना था।
इसके अलावा महावाणिज्य दूत प्रधान ने मैसाचुसेट्स इंस्टिट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) में इंजीनियरिंग स्कूल के डीन अनन्था चंद्रकासन से भी मुलाकात की। इस मुलाकात का मकसद भारत सरकार और दोनों देशों के शिक्षण संस्थानों के बीच टेक्नोलॉजी और इनोवेशन में साझेदारी तलाश करना था।
इस दौरे में MIT के प्रोफेसर्स, स्टाफ और बोर्ड ऑफ डायरेक्टर्स के साथ एक राउंडटेबल मीटिंग भी हुई। इस दौरान MIT में MIT.nano, ड्रोन टेक्नोलॉजी और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस जैसे नए-नए तरीकों के डेमोंस्ट्रेशन भी दिखाए गए। महावाणिज्य दूत बिनय प्रधान 2002 बैच के एक अनुभवी डिप्लोमेट हैं। वह पहले तंजानिया में भारत के हाई कमिश्नर और मास्को में भारतीय दूतावास में डिप्टी चीफ ऑफ मिशन रह चुके हैं। उन्होंने 15 जनवरी, 2024 को न्यू यॉर्क में अपना मौजूदा पद संभाला था।
अपने कार्यकाल में उन्होंने भारतीय अमेरिकी समुदाय के साथ काफी सक्रियता से काम किया है। अमेरिका-भारत संबंधों में उनके योगदान के महत्व पर जोर दिया है। हाल ही में एक बातचीत में उन्होंने कहा, 'मैं आपसे सुनना चाहूंगा कि आप दूतावास से क्या अपेक्षा करते हैं, आपको क्या लगता है कि दूतावास सही कर रहा है, हम क्या गलत कर रहे हैं और आपके अपने दूतावास को लेकर आपका दृष्टिकोण क्या है।'
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