पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जेम्स (जिमी) अर्ल कार्टर / whitehouse.gov
इंडियन डायस्पोरा काउंसिल इंटरनेशनल (IDC) ने अपने वैश्विक नेटवर्क, संगठनों और दोस्तों के साथ मिलकर पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति जेम्स (जिमी) अर्ल कार्टर के निधन पर शोक व्यक्त किया है। कार्टर का 30 दिसंबर 2024 को 100 वर्ष की आयु में अपने गृहनगर प्लेन्स, जॉर्जिया में निधन हो गया था।
जिमी कार्टर ने 1977 से 1981 तक 39वें अमेरिकी राष्ट्रपति और इससे पहले 1971 से 1975 तक जॉर्जिया राज्य के 76वें गवर्नर के रूप में अपनी सेवाएं दीं। वह पिछले दो वर्षों से चिकित्सा देखभाल में थे। इसी दौरान उनकी 77 वर्षीय पत्नी रोज़ालिन का भी 2023 में देहांत हो गया।
कार्टर को ऐसे अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में याद किया जाएगा जिन्होंने मिस्र और इज़राइल के बीच स्थायी शांति स्थापित की जिसकी परिणति 26 मार्च, 1979 को मिस्र-इज़राइल शांति संधि पर हस्ताक्षर के रूप में हुई। यह उपलब्धि कैंप डेविड समझौते का हिस्सा थी। इसके लिए उन्हें सम्मानित भी किया गया था।
वर्ष 2002 में उन्हे अंतर्राष्ट्रीय संघर्षों के शांतिपूर्ण समाधान खोजने, लोकतंत्र और मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने और आर्थिक और सामाजिक विकास को बढ़ावा देने के दशकों के अथक प्रयासों के लिए नोबेल शांति पुरस्कार प्रदान किया गया था। कार्टर के कुछ उल्लेखनीय योगदान इस तरह से हैं...
- 1977 से 1981 तक अपने राष्ट्रपति कार्यकाल के दौरान कार्टर ने 1977 में हस्ताक्षरित संधियों के माध्यम से पनामा नहर को पनामा में वापस करने के लिए भी बातचीत की। यह कदम अमेरिकी-लैटिन अमेरिकी संबंधों को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण था और अंतरराष्ट्रीय समझौतों का सम्मान करने की प्रतिबद्धता प्रदर्शित करता था।
- कार्टर प्रशासन अमेरिका-भारत परमाणु समझौते पर हस्ताक्षर करने और अमेरिकी विदेश नीति की आधारशिला के रूप में मानवाधिकारों को आगे बढ़ाने के लिए भी उल्लेखनीय था, जिसमें दुनिया भर में दमनकारी शासनों की आलोचना शामिल थी।
- राष्ट्रपति पद के बाद कार्टर ने कार्टर सेंटर की स्थापना की जो लोकतंत्र को बहाल करने के लिए अंतरराष्ट्रीय संघर्षों और चुनावों की निगरानी करता है। इसमें 1992 में गुयाना में स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव भी शामिल हैं, जिन्हें अंतरराष्ट्रीय समुदाय द्वारा स्वतंत्र और निष्पक्ष रूप में प्रमाणित किया गया था। अक्टूबर 1992 के चुनाव जीतने के तुरंत बाद गुयाना के राष्ट्रपति छेदी जगन ने गुयाना को एक राष्ट्रीय विकास रणनीति तैयार करने में मदद करने के लिए कार्टर सेंटर को आमंत्रित किया था।
- अपनी पत्नी रोजलिन के साथ साझेदारी में कार्टर ने हैबिटेट फॉर ह्यूमैनिटी की स्थापना की जो एक वैश्विक गैर-लाभकारी आवास संगठन है। यह संगठन सभी 50 अमेरिकी राज्यों और लगभग 70 देशों में काम कर रहा है। हैबिटेट का दृष्टिकोण एक ऐसी दुनिया का सपना साकार करना है जहां हर किसी के पास रहने के लिए एक सभ्य जगह हो। संगठन किफायती आवास की आवश्यकता वाले परिवारों के बीच ताकत, स्थिरता और आत्मनिर्भरता का निर्माण करके इस लक्ष्य की दिशा में आगे बढ़ रहा है।
वैश्विक नेताओं ने जिमी को किया याद...
- अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने कहा- कार्टर हमारे सामने एक आदर्श के रूप में खड़े हैं कि अर्थ और उद्देश्य का जीवन, सिद्धांत का जीवन, विश्वास और विनम्रता का जीवन जीने का क्या मतलब है। उनका जीवन दूसरों के लिए समर्पित है।
- अमेरिका की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने कहा- कार्टर को ईश्वर, अमेरिका और मानवता में गहरे और स्थायी विश्वास द्वारा निर्देशित किया गया था। उन्होंने हमारे देश और दुनिया को याद दिलाया कि शालीनता और करुणा में ताकत है।
- अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प ने कार्टर को अपना 'सर्वोच्च सम्मान' दिया जबकि एक ट्रुथ सोशल पोस्ट में उन्होंने कहा कि वह 'दार्शनिक और राजनीतिक रूप से उनसे दृढ़ता से असहमत थे।'
- भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा- एक महान दूरदर्शी राजनेता जिन्होंने वैश्विक शांति और सद्भाव के लिए अथक प्रयास किया। मजबूत भारत-अमेरिका संबंधों को बढ़ावा देने में उनका योगदान एक स्थायी विरासत छोड़ता है।
- ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टार्मर ने टिप्पणी की- उनकी अध्यक्षता को इजराइल और मिस्र के बीच ऐतिहासिक कैंप डेविड समझौते के लिए याद किया जाएगा और शांति के प्रति उनके आजीवन समर्पण के कारण उन्हें नोबेल शांति पुरस्कार मिला।
- फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन ने कहा- अपने पूरे जीवन में जिमी कार्टर सबसे कमजोर लोगों के अधिकारों के लिए एक दृढ़ वकील रहे और उन्होंने शांति के लिए अथक संघर्ष किया।
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