22 अप्रैल को कश्मीर में हुए आतंकी हमले में कम से कम 26 बेकसूर लोगों की मौत हो गई। इस कायरतापूर्ण घिनौने आतंकी हमले की यूरोपीय संघ की प्रमुख उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कड़ी निंदा की। साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि 'भारत का हौसला अटूट है'। इस मुश्किल घड़ी में दुनिया के कई नेताओं ने भारत के साथ अपनी एकजुटता जाहिर की है।
अपने एक संदेश में उर्सुला ने पीएम मोदी को लिखा, 'पहलगाम में हुए इस कायरतापूर्ण आतंकी हमले में कई निर्दोष लोगों की जान चली गई। लेकिन मुझे पता है कि भारत का हौसला कभी नहीं टूटेगा। आप इस मुसीबत से जरूर उबरेंगे और यूरोप आपके साथ खड़ा है।'
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री कीर स्टारमर ने कहा कि कश्मीर में हुआ ये आतंकी हमला बेहद भयानक और दिल दहला देने वाला है। उन्होंने कहा, 'मेरी सहानुभूति पीड़ितों, उनके परिवार वालों और पूरे भारत के साथ है।' वहीं, संयुक्त राष्ट्र के महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने भी इस हमले की कड़ी निंदा की है। उनके प्रवक्ता ने बताया कि गुटेरेस ने कहा कि किसी भी सूरत में आम लोगों पर हमला करना बर्दाश्त नहीं किया जा सकता।
इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भारत के लोगों के साथ अपनी एकजुटता दिखाई। उन्होंने कहा, 'भारत में हुए आतंकी हमले से मुझे बहुत दुख हुआ है जिसमें कई लोग मारे गए। इटली पीड़ित परिवारों, घायलों, सरकार और सभी भारतीयों के साथ खड़ा है।' रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने भी इस आतंकी हमले की तीखी आलोचना की है। रूस के विदेश मंत्रालय के सोशल मीडिया पोस्ट के मुताबिक, भारत के राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री को पहलगाम में हुए आतंकी हमले पर संवेदना व्यक्त की।
अमेरिका के उपराष्ट्रपति जेडी वेंस ने भी पीड़ितों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त कीं। वो अपनी पत्नी ऊषा और बच्चों के साथ भारत के चार दिन के दौरे पर हैं। उन्होंने X (ट्विटर) पर लिखा, 'ऊषा और मैं पहलगाम में हुए इस भयानक आतंकी हमले में मारे गए लोगों के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त करते हैं। हमारी दुआएं और विचार उनके साथ हैं।'
पहलगाम में हुए इस हमले में कम से कम 26 पर्यटक (जिनमें दो विदेशी नागरिक भी शामिल हैं) मारे गए और 10 घायल हुए। भारतीय मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, हाल के वर्षों में यह क्षेत्र में आम नागरिकों पर हुआ सबसे बड़ा हमला है। कुछ आतंकवादी घने देवदार के जंगल से निकलकर पर्यटकों पर फायरिंग करने लगे।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login