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सपनों से सफलता तक; डॉ. किम ट्रान की प्रेरक कहानी बनी आकर्षण का केंद्र

डॉ. किम ट्रान, जो दो सफल वेटरिनरी क्लीनिकों की मालिक हैं, ने अपनी यात्रा को बेहद ईमानदारी और भावनात्मकता के साथ साझा किया।

डॉ. किम ट्रान की प्रेरक कहानी बनी आकर्षण का केंद्र / Bijay Dixit / IACCGH

इंडो-अमेरिकन चैंबर ऑफ कॉमर्स ऑफ ग्रेटर ह्यूस्टन (IACCGH) ने अपने लंबे समय से सहयोगी Shell USA के साथ मिलकर इस वर्ष की शुरुआत में "Women Mean Business" कार्यक्रम का आयोजन किया। यह कार्यक्रम जूनियर लीग ऑफ ह्यूस्टन में आयोजित हुआ, जिसमें महिला नेतृत्व, उद्यमिता और सामुदायिक मार्गदर्शन की शक्ति का उत्सव मनाया गया।

कार्यक्रम की मेज़बानी IACCGH की वर्तमान अध्यक्ष और मेमोरियल हरमन साउथवेस्ट व सुगरलैंड हॉस्पिटल्स की सीईओ, मालिशा पटेल ने की। उन्होंने अपने स्वागत भाषण में कहा, "मुझे उम्मीद है कि डॉ. ट्रान की कहानी और उनके अनुभव यहां मौजूद सभी लोगों के दिल को छुएंगे।"

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मुख्य वक्ता डॉ. किम ट्रान, जो दो सफल वेटरिनरी क्लीनिकों की मालिक हैं, ने अपनी यात्रा को बेहद ईमानदारी और भावनात्मकता के साथ साझा किया। उन्होंने बताया कि कैसे उन्होंने कॉर्पोरेट क्लीनिक से शुरूआत की और फिर एक रिटायर हो रहे वेट से पहला क्लीनिक "Baxter & Cleo" खरीदा। दूसरा क्लीनिक "Dexter & Evie" उन्होंने मेडिकल सेंटर के पास ज़ीरो से खड़ा किया।

Bijay Dixit / IACCGH / डॉ. किम ट्रान

डॉ. ट्रान ने कहा, "मेरे दोनों क्लीनिक अलग-अलग तरह के ग्राहकों को सेवा देते हैं, लेकिन उद्देश्य एक ही है—गुणवत्ता, करुणा और स्थायित्व।"

पटेल ने चिकित्सा क्षेत्र की भावनात्मक जटिलता पर प्रकाश डालते हुए पूछा, "आपने कहा कि 80% काम कस्टमर सर्विस है, तो वेटरिनरी में यह कैसे होता है?" डॉ. ट्रान ने जवाब दिया, "यह बच्चों की चिकित्सा जैसा है—पशु मरीज होता है, लेकिन ग्राहक मालिक होता है। यह सिर्फ इलाज नहीं, बल्कि बातचीत, सहानुभूति और अपेक्षाओं के प्रबंधन का काम है।"

उन्होंने बताया कि कैसे वे मानसिक तनाव से जूझती हैं—एक ओर किसी पालतू की मृत्यु और दूसरी ओर ग्राहकों की ऑनलाइन शिकायतें। "कुछ दिन ऐसे होते हैं जब आप एक मरीज को खो देते हैं, और कुछ ही पलों में नकारात्मक येल्प रिव्यू का सामना करना पड़ता है"।

Bijay Dixit / IACCGH / किम ट्रॉन और साथ में मलीशा पटेल

डॉ. ट्रान ने अपने पति और ससुराल वालों को व्यवसायिक ज्ञान देने के लिए धन्यवाद दिया। उन्होंने यह भी साझा किया कि कैसे उन्होंने अपनी क्लीनिक की शुरुआत छोटे-छोटे उपायों से की—जैसे IKEA फर्नीचर, Facebook Marketplace से सस्ते सामान, और बंद हो रहे क्लीनिकों से उपकरण खरीदना। उन्होंने कहा, कार्यक्रम का सबसे भावनात्मक पल तब आया जब उन्होंने बताया कि कैसे 27 हेयर टाईज़ एक बिल्ली के पेट से निकालीं और कैसे उन्होंने परिवारों को अंतिम क्षणों में सहारा दिया। "मानव करुणा की शक्ति मुझे हमेशा चौंका देती है"।

Bijay Dixit / IACCGH /

IACCGH के कार्यकारी निदेशक जगदीप अहलूवालिया ने Shell USA को उनके सहयोग के लिए धन्यवाद दिया और कहा, "Shell की दीर्घकालिक साझेदारी हमारे लिए बहुत मायने रखती है।" Shell की प्रतिनिधि ने डॉ. ट्रान और पटेल की सराहना करते हुए कहा, "इन 'Pearls of Wisdom' में ज़िंदगियां बदलने की ताकत होती है।"

कार्यक्रम में पिछले वर्षों की महिला सम्मानित हस्तियों को भी विशेष रूप से सम्मानित किया गया, जिससे "Women Mean Business" कार्यक्रम की विविध और प्रेरणादायक विरासत को भी सराहा गया।

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