मिनियापोलिस फेडरल रिजर्व बैंक के अध्यक्ष नील काश्करी का कहना है कि अमेरिकी व्यापार नीति पर अत्यधिक अनिश्चितता के कारण वे बड़ी छंटनी को लेकर 'घबराए' हुए हैं। बीते 24 अप्रैल को काश्करी ने कहा हालांकि अभी तक उन्होंने केवल यह सुना है कि अनिश्चितता बनी रहने पर व्यवसाय इस आशंका के मद्देनजर योजना बनाना शुरू कर देंगे।
काश्करी ने मिनेसोटा विश्वविद्यालय में कहा कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था के लिए इस वर्ष जो सबसे आशावादी बात हो सकती है वह है हमारे प्रमुख व्यापारिक साझेदारों के साथ व्यापार विवादों का समाधान, जो असाधारण अनिश्चितता को दूर करेगा। इसका सामना बड़े और छोटे व्यवसाय और देश भर के लोग अभी कर रहे हैं। अगर हम सभी एक ही समय में घबरा जाते हैं तो यह वास्तव में अर्थव्यवस्था को नीचे ला सकता है, वास्तव में इसे धीमा कर सकता है।
नील तुषार काश्करी का जन्म 1973 में ओहायो के अक्रोन में भारतीय अप्रवासी माता-पिता के घर हुआ था। उनकी मां शीला काश्करी अक्रोन सिटी हॉस्पिटल में पैथोलॉजिस्ट थीं और उनके पिता चमन काश्करी अक्रोन विश्वविद्यालय में इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग के प्रोफेसर थे।
काश्करी के माता-पिता दोनों ही कश्मीरी पंडित हैं। उनका जन्म और पालन-पोषण कश्मीर घाटी के श्रीनगर में हुआ था, जो उस समय भारतीय राज्य जम्मू और कश्मीर का हिस्सा था। वे 1964 में संयुक्त राज्य अमेरिका चले आए और अंततः अक्रोन के उपनगर स्टो में बस गए, जहां नील ने अपना बचपन बिताया।
बड़े वित्तीय संस्थानों पर सख्त नियमों के कट्टर समर्थक काश्करी ने लगातार वॉल स्ट्रीट और संघीय नियामकों को 2008 के वित्तीय संकट के कठिन सबक को न भूलने की चेतावनी दी है और इस तरह की आर्थिक उथल-पुथल को दोबारा होने से रोकने के लिए सतर्कता बरतने का आग्रह किया है।
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