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पत्नी-बच्चों को लेकर चट्टान से कार गिराने वाले डॉ. धर्मेश पटेल को नहीं होगी जेल!

सबूतों की जांच के बाद अदालत इस नतीजे पर पहुंची है कि आरोपी डॉ. धर्मेश पटेल गंभीर डिप्रेसिव डिसऑर्डर से ग्रस्त है, ऐसे में उनका इलाज जरूरी है।

धर्मेश अरविंद पटेल पर जानबूझकर पत्नी-बच्चों के साथ टेस्ला कार 330 फुट ऊंची चट्टान से गिराने का आरोप है। / File Photo

अपनी पत्नी और बच्चों की हत्या के प्रयास के आरोपी भारतवंशी डॉक्टर धर्मेश अरविंद पटेल को जेल में नहीं रखा जाएगा बल्कि मेंटल हेल्थ ट्रीटमेंट कराया जाएगा। कोर्ट के आदेश का जिक्र करते हुए सैन मेटियो काउंटी के डिस्ट्रिक्ट अटॉर्नी स्टीव वागस्टाफ के ऑफिस के हवाले से मीडिया में आई रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है। 

भारतीय मूल के रेडियोलॉजिस्ट धर्मेश अरविंद पटेल पर जानबूझकर अपनी पत्नी-बच्चों के साथ टेस्ला कार को 330 फुट ऊंची चट्टान से नीचे गिराने का आरोप है। इस घटना में पत्नी नेहा पटेल, 5 व 8 साल के दोनों बच्चे और धर्मेश खुद घायल हो गए थे। चमत्कारिक रूप से सभी की जान बच गई थी। इस घटना के बाद पासाडेना निवासी 43 वर्षीय धर्मेश पटेल पर हत्या के प्रयास के तीन आरोप लगाए गए हैं। धर्मेश ने ऐसा क्यों किया था, इसका मकसद स्पष्ट नहीं है। घटना सैन फ्रांसिस्को के पास हाफ मून बे हाइवे-1 के पास हुई थी। 

सीबीएस न्यूज के अनुसार, सैन मेटियो काउंटी के जिला अटॉर्नी स्टीव वागस्टाफ के कार्यालय ने बताया है कि जज सुसान एम. जाकुबोव्स्की ने आरोपी धर्मेश पटेल को मेंटल हेल्थ ट्रीटमेंट के योग्य पाया है। उपलब्ध सबूतों की जांच के बाद जज इस नतीजे पर पहुंची हैं कि आरोपी की मानसिक बीमारी का उचित इलाज जरूरी है। वह गंभीर डिप्रेसिव डिसऑर्डर से ग्रस्त है, जो कि क़ानूनन मानसिक बीमारी है। 

जज ने अपने फैसले में कहा कि पटेल को इलाज के लिए छोड़ने से पहले कई हफ्तों तक ब्रिजिंग पीरियड के लिए काउंटी जेल में रहना होगा। रिहाई के बाद पटेल की जीपीएस द्वारा निगरानी होगी। वह बेलमोंट में अपने माता-पिता के घर पर रहेंगे। पहले दो महीनों में अदालत आने के लिए या इलाज करवाने के लिए घर से निकल सकेंगे। किसी भी स्थिति में सैन मेटो काउंटी छोड़कर नहीं जा सकेंगे। पटेल के शराब पीने या ड्रग्स लेने और ड्राइविंग करने पर भी रोक लगाई गई है।

उन्हें दो साल के ट्रीटमेंट प्रोग्राम की इजाजत दी गई है। उन्हें हर हफ्ते कोर्ट में प्रोग्रेस रिपोर्ट पेश करनी होगी। पटेल की हफ्ते में दो बार जांच की जाएगी ताकि ये पता लगाया जा सके कि उन पर दवाओं का असर हो रहा है या नहीं। अगली सुनवाई 1 जुलाई को होगी। पटेल का परिवार उनका सपोर्ट कर रहा है। परिवार का मानना है कि घटना के वक्त पटेल गंभीर मनोवैज्ञानिक बीमारी की चपेट में थे।

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