अमेरिका की सेंट लुइस यूनिवर्सिटी, मिसौरी में बायोमेडिकल इंजीनियरिंग की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. कोयल गर्ग को उनकी कमाल की खोजों के लिए नेशनल एकेडमी ऑफ इन्वेंटर्स (NAI) का सीनियर मेंबर बनाया गया है। ये सम्मान उन्हें रीजेनरेटिव मेडिसिन के क्षेत्र में उनके काम की वजह से मिला है।
डॉ. गर्ग की रिसर्च ऐसी बायो-इंस्पायर्ड (जीव विज्ञान से प्रेरित) जीचों को बनाने पर केंद्रित है जो स्टेम सेल्स, सेलुलर प्रोडक्ट्स, बायोमोलीक्यूल्स और दवाओं को शरीर में पहुंचाने में मदद करते हैं। ये वॉल्यूमेट्रिक मसल लॉस (VML) यानी मांसपेशियों का बहुत ज्यादा नुकसान, को ठीक करने में काम आते हैं। उनके रिसर्च से गंभीर चोटों के बाद मांसपेशियों को फिर से ठीक करने में काफी मदद मिलेगी।
डॉ. गर्ग ने 2.5 मिलियन डॉलर से ज्यादा की रिसर्च फंडिंग हासिल की है और 50 से ज्यादा रिसर्च पेपर्स और बुक चैप्टर्स लिखे हैं। उन्होंने दो पेटेंट एप्लिकेशन भी दिए हैं। डॉ. गर्ग का काम GenAssist नाम की एक कंपनी के साथ भी जुड़ा है। ये कंपनी MyoMatrix नाम का प्रोडक्ट बना रही है, जो गंभीर चोटों के बाद खोए हुए मसल्स के टिशू को बदलने में मदद करेगा।
डॉ. गर्ग के अलावा सेंट लुइस यूनिवर्सिटी के तीन और रिसर्चर्स को NAI के 2025 क्लास के सीनियर मेंबर्स में शामिल किया गया है। इनमें एलिस ए. डोइसी प्रोफेसर और बायोकेमिस्ट्री, मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के चेयरमैन डॉ. एनरिको डि सेरा (M.D.) शामिल हैं। उनके अलावा बायोकेमिस्ट्री और मॉलिक्यूलर बायोलॉजी के एसोसिएट प्रोफ़ेसर डॉ. निकोला पोज्जी (Ph.D.) और डॉ. सिल्विया ज़ुस्टियाक (Ph.D.), बायोमेडिकल इंजीनियरिंग, फार्माकोलॉजी और फिजियोलॉजी की प्रोफेसर शामिल हैं।
7 मार्च को SLU ने LinkedIn पर एक पोस्ट करके अपने रिसर्चर्स को उनकी उपलब्धि के लिए बधाई देते हुए लिखा है, 'इनोवेशन और शानदार रिसर्च के प्रति उनकी लगन, ज्ञान और शिक्षा को आगे बढ़ाने के लिए SLU की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।'
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