अमेरिकी हिदुओं ने रोड आइलैंड के प्रतिष्ठित आइवी लीग अनुसंधान संस्थान ब्राउन यूनिवर्सिटी में हिंदू समुदाय के लिए समर्पित एक स्थायी प्रार्थना कक्ष बनाने की अपील की है। प्रमुख हिंदूवादी नेता राजन जेड ने इसकी पुरजोर मांग की है।
प्रमुख हिंदूवादी नेता राजन जेड ने नेवादा में जारी एक बयान में कहा कि ब्राउन यूनिवर्सिटी को हिंदू छात्रों की मांग पर विचार करना चाहिए ताकि उन्हें अपने त्योहार मनाने, अनुष्ठान करने और आध्यात्मिक अभ्यास के लिए एक प्रार्थना-ध्यान कक्ष मिल सके। इससे उनके व्यक्तिगत विकास में काफी मदद मिलेगी।
यूनिवर्सल सोसाइटी ऑफ हिंदुइज्म के अध्यक्ष जेड ने कहा कि हिंदू धर्म दुनिया का सबसे पुराना और तीसरा सबसे बड़ा धर्म है। इसके लगभग 1.2 अरब अनुयायी हैं। अमेरिका में लगभग 35 लाख हिंदू हैं। ब्राउन में बड़ी संख्या में हिंदू छात्र हैं। ऐसे में हिंदू प्रेयर रूम उनके विकास में एक सकारात्मक भूमिका निभाएगा और उनकी आध्यात्मिक ज़रूरतों को पूरा करेगा।
अमेरिका में कई अन्य विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में हिंदू प्रार्थना कक्ष बने हुए हैं। यहां तक कि ब्राउन यूनिवर्सिटी में कैथोलिक, मुस्लिम और यहूदी समुदाय के लिए पहले से ही प्रेयर रूम हैं।
राजन जेड ने सुझाव दिया कि हिंदू प्रार्थना कक्ष में एक मंदिर होना चाहिए जिसमें शिव, विष्णु, राम, कृष्ण, दुर्गा, वेंकटेश्वर, गणेश, मुरुगन, सरस्वती, हनुमान, लक्ष्मी, काली आदि जैसे हिंदू देवी-देवताओं की मूर्तियां हों। शिवलिंग के अलावा घंटा, ढोलक आदि भी मौजूद होनी चाहिए।
राजन जेड ने ब्राउन की प्रेसिडेंट क्रिस्टीना एच. पैक्ससन और चांसलर ब्रायन टी. मोयनिहान से इस मांग पर गंभीरता से विचार करने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि ब्राउन जैसी सम्मानित संस्था को धर्मों के बीच भेदभाव नहीं करना चाहिए।
राजन ने कहा कि ब्राउन का मिशन सभी समुदायों की सेवा करना है। यह सभी धर्मों के छात्रों को अपने यहां स्वीकार करने वाला पहला आइवी लीग स्कूल है। ऐसे में उसे अपने छात्रों और कर्मचारियों की विविधता को जगह देनी चाहिए। सभी धर्मों का चाहे वो बड़ा हो या छोटा, सम्मान किया जाना चाहिए।
बता दें कि 1764 में स्थापित ब्राउन अमेरिका का सातवां सबसे पुराना कॉलेज है। इसमें लगभग 113 से अधिक देशों और 50 अमेरिकी राज्यों के 11,005 छात्र पढ़ते हैं और 69 से अधिक भाषाएं बोलते हैं। यूनिवर्सिटी में 2,000 से अधिक स्नातक और 47 डॉक्टरेट कोर्स हैं।
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