ऋचा गुप्ता को हाल ही में मुहम्मद अली मानवतावादी पुरस्कार (MAHA) से सम्मानित किया गया। लाभ्या (Labhya) की सह-संस्थापक और सीईओ ऋचा गुप्ता को केंटकी के लुइसविले में आयोजित 11वें वार्षिक मुहम्मद अली मानवतावादी पुरस्कार समारोह के दौरान यह सम्मान प्रदान किया गया।
Labhya एक गैर-लाभकारी संस्था है जो भारत में सार्वजनिक शिक्षा प्रणाली के तहत कल्याणकारी कार्यक्रम चलाती है और लाखों कमजोर बच्चों की भलाई एवं मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के लिए काम करती है।
मुहम्मद अली मानवतावादी पुरस्कार (MAHA) की शुरुआत 2013 में हुई थी। यह मुहम्मद अली की मानवतावाद की विरासत को आगे बढ़ाते हुए समाज में बदलाव लाने वाले नागरिकों के योगदान को सम्मानित करता है।अली सेंटर की तरफ से हर साल प्रमुख मानवतावादियों' को मुहम्मद अली मानवतावादी पुरस्कार प्रदान किया जाता है।
इसके अलावा सामुदायिक परिवर्तन लाकर विश्व पर प्रभाव डालने वाले 30 साल से कम आयु के छह युवा नेताओं को उनके सक्रिय योगदान और प्रेरणादायी प्रयासों के लिए सम्मानित किया जाता है। ये पुरस्कार मुहम्मद अली के छह मूल सिद्धांत- आत्मविश्वास, दृढ़ विश्वास, समर्पण, दान, सम्मान और आध्यात्मिकता को बढ़ावा देने वालों को दिए जाते हैं।
वार्षिक समारोह के दौरान इकट्ठा होने वाले धन का इस्तेमाल मिशन द्वारा संचालित कार्यक्रमों, सामुदायिक अभियानों, साझेदारी, डिजिटल कंटेंट और संग्रहालय प्रदर्शनियों के लिए किया जाता है।
28 वर्षीय ऋचा गुप्ता को बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण एवं कल्याणकारी सुधार कार्यक्रम तैयार करने के लिए कोर प्रिंसिपल स्प्रिचुएलिटी अवॉर्ड दिया गया है। उनका संगठन लभ्या फाउंडेशन 24 लाख वंचित बच्चों का जीवन संवारने में सक्रिय है।
ऋचा गुप्ता ने कहा कि हम सरकारी भागीदारों के साथ मिलकर हर रोज 24 लाख बच्चों के लिए कार्यक्रम चलाते हैं। इन कार्यक्रमों ने बच्चों को महत्वपूर्ण कौशल प्रदान करके उनका जीवन बदल दिया है। अब सभी बच्चे खुशी से मन लगाकर रोजाना कक्षाओं में आते हैं और अपने उज्जवल भविष्य की तरफ कदम बढ़ा रहे हैं।
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