फ्रीमॉन्ट यूनिफाइड स्कूल डिस्ट्रिक्ट (FUSD) के एजुकेशन बोर्ड में जीत हासिल करते हुए भारतीय मूल की रिनू नायर सबसे नई सदस्य चुन ली गई हैं। वो कैलिफोर्निया के एरिया 4 का प्रतिनिधित्व करेंगी। नायर ने 50.10 प्रतिशत (6,606) वोट पाकर जीत हासिल की। उनके मुकाबले गणेश बालामित्रन को 40.90 प्रतिशत (6,580) वोट मिले। पिछले हफ्ते आधिकारिक तौर पर पदभार संभालने वाली 18 साल की नायर फ्रीमॉन्ट में इस पद पर पहुंचने वाली सबसे कम उम्र की शख्सियत और राष्ट्रीय स्तर पर सबसे कम उम्र की महिला हैं। उनका कार्यकाल दिसंबर 2028 तक रहेगा।
इरविंगटन हाई स्कूल से ग्रेजुएट और FUSD वेलनेस कमेटी की पूर्व चेयरपर्सन रिनू नायर मेंटल हेल्थ, कैंपस सुरक्षा और एजुकेशन क्वालिटी पर ध्यान देने के लिए जानी जाती हैं। अपने कैंपेन के दौरान उन्होंने स्टूडेंट्स की वेल-बीइंग को प्राथमिकता देने और स्टूडेंट्स, टीचर्स, पेरेंट्स और प्रशासन के बीच सहयोग को बढ़ावा देने पर जोर दिया।
वेलनेस कमेटी की चेयरपर्सन के तौर पर उनकी पहलों में मेंटल हेल्थ को डिस्ट्रिक्ट के दिशानिर्देशों में शामिल करना और वेलनेस गार्डन्स शुरू करना शामिल था। उन्होंने बेघर लोगों के लिए पोर्टेबल शेल्टर और खाना मुहैया कराने के लिए स्थानीय संगठनों के साथ भी काम किया है।
अपनी जीत के बाद एक बयान में नायर ने कहा, 'फ्रीमॉन्ट में यह पद पाने वाली सबसे कम उम्र की शख्सियत और राष्ट्रीय स्तर पर सबसे कम उम्र की महिला होने के नाते मैं इस पल के महत्व और इससे जुड़ी जिम्मेदारियों को समझती हूं। मैं एक नया नजरिया लाने के लिए प्रतिबद्ध हूं। एक ऐसा नजरिया जो सबसे ज्यादा मायने रखने वाली चीज पर केंद्रित है। वह है, हमारे स्टूडेंट्स।'
उन्होंने आगे कहा, 'इस कैंपेन के विजन में विश्वास करने वाले और इस सफर में मदद करने वाले आप सभी का शुक्रिया। आपके विचारों और आपकी आवाज ने इस कैंपेन के हर कदम पर मुझे प्रेरित किया है और FUSD के लिए मेरे विजन को मजबूत किया है। बिना आप सबके इस जीत को हासिल करना मुमकिन नहीं था। हमारे कैंपेन ने कई समुदायों को एक साथ लाया और मैं हमारे छात्रों, स्टाफ, शिक्षकों और प्रशासकों के लिए सबसे अच्छा संभव माहौल बनाने के लिए काम शुरू करने के लिए तैयार हूं।'
नायर की योजना स्कूल के संसाधन अधिकारियों के साथ मिलकर सुविधाओं में सुधार, पाठ्यक्रमों की पेशकश का विस्तार और सुरक्षा उपायों को बेहतर बनाने की है। वह यह भी सुनिश्चित करना चाहती हैं कि करदाताओं के पैसे का उपयोग छात्रों और व्यापक स्कूल समुदाय के लाभ के लिए जिम्मेदारी से किया जाए।
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