डोनाल्ड ट्रम्प ने जब पिछले साल नवंबर में अमेरिकी चुनावों में प्रमुख स्विंग स्टेट्स में जीत दर्ज करते हुए देश का अगला राष्ट्रपति बनने का मार्ग प्रशस्त किया, तब से एक साधारण सा सवाल लोगों के मन में कौंध रहा है- डोनाल्ड ट्रम्प आखिर हैं कौन? एक रईस रियल एस्टेट कारोबारी से वह व्हाइट हाउस तक कैसे पहुंच गए?
डोनाल्ड ट्रम्प की जिंदगी और उनके करियर को लेकर नेटफ्लिक्स पर एक डॉक्युमेंट्री है- ट्रम्प: एन अमेरिकन ड्रीम। चार हिस्सों की यह सीरीज 2017 में आई थी। इसमें उनकी जिंदगी के कई पहलुओं पर विस्तार से जानकारी दर्ज है- उनका पारिवारिक इतिहास, रियल एस्टेट क्षेत्र में उनकी महत्वाकांक्षाएं, मीडिया घोटाले, टैब्लॉइड कल्चर से प्रेम, रियलिटी टीवी आइकन के रूप में उदय और 2016 में एक राष्ट्रीय नेता के रूप में सर्वोच्च पद तक का सफर।
शुरुआत में डॉक्यूमेंट्री में ट्रम्प के दोस्तों और दुश्मनों का जिक्र होता है। फिर जैसे-जैसे एपिसोड आगे बढ़ते हैं, साफ होता जाता है कि यह उनके बारे में पिछले चार दशक की उपलब्ध सार्वजनिक जानकारी को दोहराने के अलावा भी कुछ बताता है। लेखक ने ट्रम्प की जिंदगी में और गहराई में झांकने का प्रयास किया है, उन्हें क्या मिला!
डोनाल्ड ट्रम्प का जन्म एक संपन्न माता-पिता के घर हुआ था। उनकी मां मैरी ऐनी ट्रम्प एक सोशलाइट व परोपकारी और पिता फ्रेड ट्रम्प रियल एस्टेट डेवलपर तथा कारोबारी थे। दोनों अप्रवासी थे। फ्रेड जर्मन मूल के थे जबकि मैरी स्कॉटलैंड से थीं। दोनों ने अपने पारंपरिक मूल्यों के साथ ट्रम्प की परवरिश की। लेकिन डोनाल्ड अक्सर अपने पिता की ही बात करते नजर आते हैं। शायद ही कभी उन्होंने अपनी मां के बारे में सार्वजनिक रूप से बात की हो।
बचपन में डोनाल्ड अपने भाई के साथ पिता की कंस्ट्रक्शन साइटों पर जाते थे और रकम का जुगाड़ करने के लिए सोडा की बोतलें इकट्ठा करते थे। 2012 में एक इंटरव्यू में उन्होंने फोर्ब्स को बताया कि ये उनकी पहली इनकम थी! कुछ समय के बाद वह रेंट कलेक्टर्स के साथ यह देखने गए कि वे काम कैसे करते हैं, लेकिन दरवाजे के बाहर ही खड़े रहे। शायद "गोली लगने की आशंका से बचने" के लिए। उनसे पूछा गया कि इस अजीब नौकरी से उन्हें कितनी रकम मिली तो उनका कहना था- शायद औसत से भी कम। मुझे पता चला कि सोडा की बोतलें इकट्ठा करना किराया वसूलने से ज्यादा सुरक्षित काम था!
जून 1946 में न्यूयॉर्क के क्वींस में जन्मे डोनाल्ड ट्रम्प अपने पांच भाई-बहनों में दूसरे सबसे छोटे हैं। वह सबसे बडे़ भाई फ्रेड ट्रम्प जूनियर के सबसे करीब थे, ये अधिकतर लोग जानते हैं। लेकिन फ्रेड ट्रम्प जूनियर की शराब की लत ने डोनाल्ड को कैसे प्रभावित किया, यह कम ही लोगों को पता है। लोग सोचते होंगे कि डोनाल्ड ट्रम्प जैसा एक्ट्रोवर्ट, मीडिया क्रेजी, पार्टी प्रेमी इंसान शराब का शौकीन तो जरूर होगा, लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं, वह शराब से दूर रहते हैं। इसकी वजह शराब की वजह से महज 42 साल की उम्र में उनके भाई की मौत है। डोनाल्ड असल में दृढ़ता से खुद को संयमित रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
डोनाल्ड ने कम उम्र में ही अपने पुश्तैनी कारोबार में रुचि लेना शुरू कर दिया था। वह अक्सर अपने पिता के कंस्ट्र्क्शन साइटों पर जाते रहते थे। बड़े भाई की बेरुखी के कारण रियल एस्टेट कंपनी को आगे ले जाने की जिम्मेदारी स्वाभाविक रूप से डोनाल्ड के ऊपर आ गई थी। डोनाल्ड ट्रम्प ने व्हार्टन स्कूल से इकनोमिक्स में ग्रेजुएशन किया है। वह बचपन में बहुत शरारती हुआ करते थे।
पीबीएस के एक लेख में बताया गया है कि 13 साल की उम्र में डोनाल्ड के पैरेंट्स ने उन्हें अनुशासित करने के लिए न्यूयॉर्क सैन्य अकादमी भेजा था। अकादमी से वह एक मजबूत, मजाकिया और बुलंद इरादों वाले इंसान बनकर निकले। उन्होंने वहां पर समस्याओं से निपटना और सफल होना सीखा। अकादमी ने उनके प्रतिस्पर्धी स्वभाव को आकार देने में भी अहम भूमिका निभाई।
1970 के दशक में डोनाल्ड ने मैनहट्टन के रियल एस्टेट बिजनेस में तेजी से पहचान बनाई। 1980 के दशक तक वह न्यूयॉर्क के बिजनेस वर्ल्ड में ऐसा नाम बन चुके थे, जो किसी भी तरह अपना काम निकालना जानता था। उन्होंने मेयर एड कोच को सेंट्रल पार्क में वोलमैन स्केटिंग रिंक का पुनर्निर्माण करने का ऑफर दिया। इसने उन्हें चर्चित बना दिया। वित्तीय संकट से जूझ रहा न्यूयॉर्क का पार्क विभाग रिंक को नहीं बना पा रहा था। उसने दो साल में इसे तैयार करने का वादा किया था, लेकिन छह साल में 13 मिलियन डॉलर खर्चने के बाद भी रिंक नहीं बन सका।
ऐसे में डोनाल्ड ट्रम्प ने आगे आकर इस प्रोजेक्ट को अपने हाथ में लिया। उन्होंने छह महीने से भी कम समय में महज तीन मिलियन डॉलर की लागत से रिंक को नया रूप दे दिया। बस फिर क्या था। न्यूयॉर्क वासी ट्रम्प की जय-जयकार करने लगे! मीडिया को ड्रामा पसंद है और ट्रम्प ने उसे यह मौका दिया। उन्होंने बाद के वर्षों में भी यह सुनिश्चित किया कि वह मीडिया की सुर्खियां बने रहें, चाहे पर्सनल लाइफ की वजह से हों या फिर पेशेवर जिंदगी। मेलानिया से शादी से पहले वह अपने हाई प्रोफाइल तलाक केसों को लेकर भी चर्चा में रहे।
डोनाल्ड ट्रम्प ने इसके बाद फिफ्थ एवेन्यू पर ट्रम्प टॉवर का निर्माण किया। अनुमानित 300 मिलियन डॉलर का यह प्रोजेक्ट काफी डिमांड में रहा। फिर उन्होंने लास वेगास में कैसीनो बनाए और सफलता की ऊंचाई चढ़ते गए। हालांकि बाद में उन्हें कुछ वित्तीय संकट का भी सामना करना पड़ा। इस पूरे समय एक काम नहीं छोड़ा, खबरों में बने रहना। वह मैगजीनों की पहले पन्ने पर छपते रहे। मीडिया की सुर्खियों में कैसे रहा जाता है, डोनाल्ड यह बखूबी सीख चुके थे।
1980 के दशक में उन्होंने राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का विचार किया था। वह सरकार के खिलाफ मुखर होकर बोलते थे। 1999 में ट्रम्प ने रिफॉर्म पार्टी के साथ मिलकर चुनाव लड़ने का प्रयास किया, लेकिन पार्टी में ज्यादा उत्साह न देखकर हाथ खींच लिए। उनके वफादार फैन्स उनसे राष्ट्रपति चुनाव लड़ने का आग्रह करते रहे, लेकिन वह टालते रहे।
इसके बाद जून 2015 का समय आया और डोनाल्ड ने आधिकारिक तौर पर राष्ट्रपति पद के लिए अपनी उम्मीदवारी की घोषणा कर दी। ट्रम्प ने अपने कैंपेन की शुरुआत अवैध अप्रवासियों की तीखी आलोचना से की। उन्होंने अमेरिका को महान देश बनाने का वादा किया। नौकरियां लाने, ट्रेड डील्स पर सौदेबाजी करने और सीमाओं को मजबूत बनाने जैसे वादे भी किए।
एक दशक बाद पीछे मुड़कर देखें तो पता चलता है कि डोनाल्ड ने वही नस दबाई थी, जो सबसे ज्यादा दुखती थी। उन्होंने आव्रजन को प्रमुख मुद्दा बनाया। इस इमिग्रेशन कार्ड ने उनके समर्थकों पर जादू सा कर दिया। यहां तक कि 2024 के चुनाव में भी इस मुद्दे ने उनकी किस्मत बना दी और उन्हें व्हाइट हाउस पहुंचा दिया।
अब आप डोनाल्ड ट्रम्प से चाहे प्यार करें या नफरत, उनकी कहानी अमेरिकी इतिहास के सुनहरे पन्नों में हमेशा के लिए दर्ज हो चुकी है।
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