कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 लोगों की मौत से पूरी दुनिया आहत है। 23 अप्रैल को कैलिफोर्निया यूनिवर्सिटी, बर्कले में छात्रों ने कैंडल मार्च निकाला। ये मार्च हिंदू युवा यूएसए और CoHNA के यूथ एडवोकेसी नेटवर्क ने ऑर्गेनाइज किया था।
सोशल मीडिया पर कोलिशन ऑफ हिंदूस ऑफ नॉर्थ अमेरिका (CoHNA) ने बताया कि ये धार्मिक आधार पर हुआ हमला था। इन मासूम लोगों को उनकी हिंदू पहचान की पुष्टि होने के बाद जान से मार दिया गया। उन्होंने बताया कि इस कैंडल मार्च से बर्कले के कश्मीरी हिंदू छात्रों और हाल ही में ग्रेजुएट हुए लोगों को अपना दर्द बांटने का मौका मिला। दशकों से अपने समुदाय के विस्थापन और जातीय सफाए के चलते जो मानसिक आघात उनपर है, इस मार्च ने उसे भी जाहिर किया।
हिंदू युवा यूएसए ने जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए इस क्रूर आतंकी हमले की कड़ी निंदा की है। अपने बयान में उन्होंने कहा कि यह आतंकवादी कृत्य एक संकीर्ण और विभाजनकारी एजेंडे पर आधारित है। यह क्षेत्र में संघर्ष और भय के घावों को और गहरा ही करेगा। 'इस मुश्किल समय में हम बड़े पैमाने पर हिंदू छात्र समुदाय के साथ खड़े हैं और इस दुख और शोक के समय में पीड़ितों और उनके परिवारों के साथ एकजुटता दिखाते हैं।'
इस ग्रुप ने आगे कहा कि पहलगाम की ये दर्दनाक घटनाएं शांति, सहयोग और स्थायी समाधानों की तत्काल आवश्यकता की याद दिलाती हैं ताकि आगे होने वाली हिंसा और पीड़ा को रोका जा सके। 'हम इन बहादुर बच्चों, CoHNA यूथ एक्शन नेटवर्क (CYAN) और हिंदू युवा के बर्कले चैप्टर्स को सलाम करते हैं जिन्होंने घटना की खबर मिलते ही कुछ ही घंटों में ये भावुक कार्यक्रम आयोजित कर दिया।'
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