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हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के बोर्ड में जगह के लिए भारतीय मूल के दो एलुमनी चुनाव मैदान में उतरे

हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के आगामी चुनावों में दो भारतीय मूल के पूर्व छात्र अहम भूमिका में हैं। Tubi की सीईओ अंजलि सुद बोर्ड ऑफ ओवरसीज और लंदन यूनिवर्सिटी में प्रोफेसर संजय सेठ हार्वर्ड एलुमनी एसोसिएशन (HAA) के डायरेक्टर्स के लिए चुनाव लड़ रहे हैं। 

Tubi की सीईओ अंजलि सुद और लंदन यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर संजय सेठ। / Wikipedia

हार्वर्ड के पुराने छात्रों को जल्द ही चुनाव में शामिल होने का मौका मिलने वाला है। इन चुनावों में उन्हें हार्वर्ड के बोर्ड ऑफ ओवरसीज और हार्वर्ड एलुमनी एसोसिएशन (HAA) के लिए डायरेक्टर्स चुनने हैं। इस बार भारतीय मूल के दो एलुमनी भी नॉमिनेट हुए हैं।

अंजलि सुद को बोर्ड ऑफ ओवरसीज के लिए नॉमिनेट किया गया है। वह Tubi की सीईओ हैं और इससे पहले Vimeo की सीईओ रह चुकी हैं। वहीं, लंदन यूनिवर्सिटी के गोल्डस्मिथ्स कॉलेज में इतिहास के प्रोफेसर संजय सेठ HAA के डायरेक्टर्स के लिए नॉमिनेट हुए हैं। ये दोनों ही हार्वर्ड के पूर्व छात्र हैं। 

वोटिंग 1 अप्रैल से शुरू होगी और 20 मई को शाम 5 बजे तक वोट डाले जा सकेंगे। हार्वर्ड के पुराने छात्र ऑनलाइन या फिर पेपर बैलेट के जरिए वोट कर सकते हैं। ओवरसीज बोर्ड में पांच और HAA के डायरेक्टर्स बोर्ड में छह खाली सीटें हैं। हर वो शख्स वोट कर सकता है जिसने 1 जनवरी 2025 तक हार्वर्ड से डिग्री ली है। हालांकि कुछ यूनिवर्सिटी के अधिकारी और हार्वर्ड कॉर्पोरेशन के मेंबर्स ओवरसीज के पदों के लिए वोट नहीं कर सकते।

अंजलि सुद का जन्म डेट्रॉइट में हुआ है। उनके माता-पिता पंजाबी हिंदू हैं और भारत से अमेरिका आकर बस गए थे। वो मिशिगन के फ्लिंट शहर में पली-बढ़ीं हैं। उन्होंने हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एमबीए (2011) और यूनिवर्सिटी ऑफ पेन्सिल्वेनिया से फइनेंस और मैनेजमेंट में बीएससी (2005) की डिग्री हासिल की है। मीडिया और टेक्नोलॉजी के क्षेत्र में उनका काम काफी मशहूर है। वर्तमान में वो Tubi की सीईओ हैं और पहले Vimeo की सीईओ भी रह चुकी हैं। उन्होंने 2021 में Vimeo को पब्लिक कंपनी बनाया था। वो डॉल्बी लैबोरेटरीज और चेंज ऑर्ग के बोर्ड में भी हैं।

संजय सेठ लंदन यूनिवर्सिटी के गोल्डस्मिथ्स कॉलेज में इतिहास के प्रोफेसर हैं। वहां के सेंटर फॉर पोस्ट-कॉलोनियल स्टडीज के डायरेक्टर भी हैं। सिडनी और कैनबरा से पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने सिडनी यूनिवर्सिटी और ला ट्रॉबे यूनिवर्सिटी (मेलबर्न) में अकादमिक पदों पर काम किया। वह टोक्यो यूनिवर्सिटी में फेलो भी रहे। वो 2007 से गोल्डस्मिथ्स में हैं।

ओवरसीज बोर्ड 1642 में बना था। यह हार्वर्ड के दो गवर्निंग बॉडीज में से एक है। यूनिवर्सिटी के कामकाज में इसकी बहुत अहम भूमिका है। ये अकादमिक प्रोग्राम्स और स्ट्रेटेजिक पहलों की देखरेख करता है और हार्वर्ड के लीडरशिप को सलाह भी देता है। ओवरसीज के पास जरूरी फैसलों जैसे हार्वर्ड कॉर्पोरेशन के मेंबर्स चुनने पर भी मंजूरी देने का अधिकार है। 

दूसरी तरफ, HAA बोर्ड एलुमनी को जोड़ने, लीडरशिप डेवलपमेंट और दुनिया भर में हार्वर्ड के एलुमनी कम्युनिटी को मजबूत करने पर ध्यान केंद्रित करता है।

नॉमिनेशन की प्रक्रिया की देखरेख HAA के वॉलंटियर लीडरशिप द्वारा नियुक्त 13 सदस्यीय कमेटी ने की थी। कमेटी ने नॉमिनीज का चुनाव करते समय उनकी विशेषज्ञता, लीडरशिप स्किल्स और हायर एजुकेशन में योगदान को ध्यान में रखा। अप्रैल में वोटिंग शुरू होने वाली है। ये चुनाव हार्वर्ड यूनिवर्सिटी के लीडरशिप और गवर्नेंस को आकार देंगे और इसके विविध और वैश्विक एलुमनी नेटवर्क को दिखाएंगे।

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