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भारतीय प्रतिभा की चमक, कनाडा की प्रतिष्ठित स्कॉलरशिप के फाइनल में भारत के दो स्टूडेंट्स

कनाडा की प्रतिष्ठित McCall MacBain स्कॉलरशिप के लिए दो भारतीय स्टूडेंट्स स्निग्धा अरोड़ा और कियान गोधवानी का चयन 88 फाइनलिस्ट में हुआ है। अपनी असाधारण उपलब्धियों और नेतृत्व क्षमता के बल पर इन्होंने ये कामयाबी हासिल की है।

कियान गोधवानी और स्निग्धा अरोड़ा। / LinkedIn

दो भारतीय स्टूडेंट्स स्निग्धा अरोड़ा और कियान गोधवानी कनाडा की McGill University के लिए  88 फाइनलिस्ट में जगह बनाने में कामयाब हुए हैं। ये लोग McCall MacBain स्कॉलरशिप के लिए चुने गए हैं। इसे Canada की सबसे बड़ी लीडरशिप बेस्ड स्कॉलरशिप माना जाता है। ये स्कॉलरशिप मास्टर्स और प्रोफेशनल स्टडीज के लिए है। अब फाइनल इंटरव्यू होंगे। इसके बाद 30 स्टूडेंट्स को McCall MacBain स्कॉलर घोषित किया जाएगा। जिनका फाइनल में सिलेक्शन नहीं होगा, उन्हें भी 10,000 या 20,000 डॉलर की अवॉर्ड राशि मिलेगी।

अशोका यूनिवर्सिटी, भारत से स्नातक स्निग्धा अरोड़ा ने BA (2020) और पोस्ट ग्रेजुएट डिप्लोमा (2021) किया है। पिलानी से ताल्लुक रखने वाली स्निग्धा ने पढ़ाई में और लीडरशिप में कमाल का प्रदर्शन किया है। इसीलिए उन्हें इस स्कॉलरशिप के लिए चुना गया है। वो स्वास्थ एलायंस में डिजिटल हेल्थ कंसल्टेंट भी हैं। अपनी इस उपलब्धि की खुशी जाहिर करते हुए स्निग्धा ने LinkedIn पर लिखा, 'मुझे स्कॉलरशिप के लिए फाइनलिस्ट चुने जाने की बहुत खुशी है। मार्च में मॉन्ट्रियल में बाकी फाइनलिस्ट से मिलने का इंतजार है।'

टोरंटो यूनिवर्सिटी के स्कार्बोरो कैंपस में पढ़ने वाले कियान गोधवानी BSc (2025) कर रहे हैं। कियान को न्यूरोसाइंस, एंटरप्रेन्योरशिप और मेंटल हेल्थ में बहुत दिलचस्पी है। वो रिसर्च को आगे बढ़ाने और मरीजों की जिंदगी बेहतर बनाने के लिए काम कर रहे हैं। उन्होंने कई लैब्स में काम किया है और साइंस में आने वाली चुनौतियों और नए-नए आइडियाज से उन्हें बहुत आनंद आता है।

फिलहाल वो Ontario Shores के साथ मिलकर एक AI-पावर्ड डेटाबेस बना रहे हैं। ये डेटाबेस लोगों को मेंटल हेल्थ सर्विसेज तक जल्दी पहुंचने में मदद करेगा। कियान अपने काम के लिए बहुत जुनूनी हैं और डॉक्टर बनकर इस फील्ड में काम करना चाहते हैं।  

McCall MacBain स्कॉलरशिप में पढ़ाई की पूरी फीस, हर महीने 2,300 डॉलर स्टाइपेंड, मेंटोरशिप, कोचिंग, लीडरशिप ट्रेनिंग और McCall MacBain House में रहने की सुविधा मिलती है। जो छात्र मॉन्ट्रियल से बाहर के हैं, उन्हें रहने की जगह ढूंढने के लिए भी पैसे मिलेंगे। हजारों बच्चों ने इस स्कॉलरशिप के लिए अप्लाई किया था। अक्टूबर और नवंबर में 279 स्टूडेंट्स और ग्रेजुएट्स ने मशहूर लोगों के साथ इंटरव्यू दिए।

इसके बाद 88 फाइनलिस्ट चुने गए, जिनमें स्निग्धा और कियान भी हैं। इस साल 36 देशों के छात्र फाइनलिस्ट हैं। कुछ देश जैसे बांग्लादेश, बेल्जियम, कैमरून, इथियोपिया और यूक्रेन पहली बार इसमें शामिल हुए हैं। 

फाइनल इंटरव्यू के लिए सभी फाइनलिस्ट मॉन्ट्रियल जाएंगे। वहां उनका सामना एकेडेमिया, बिजनेस, सरकार और सोशल सेक्टर के बड़े लोगों से होगा। ट्रैवल का खर्चा भी स्कॉलरशिप प्रोग्राम उठाएगा। स्कॉलरशिप की चेयरपर्सन डॉ. मार्सी मैक्कल मैक्कबेन ने कहा, 'हमें ऐसे और लीडर्स चाहिए जो ईमानदारी, दया, जिज्ञासा और हिम्मत से काम करें। हम इन बच्चों को बधाई देते हैं जिन्होंने देश और दुनिया भर में अपना नाम बनाया है। और उन यूनिवर्सिटीज को भी शुक्रिया जिनकी वजह से इन्हें ये मौका मिला।'

 

 

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