UCLA सेंटर फॉर इंडिया एंड साउथ एशिया ने 2024 में किसी भी मान्यता प्राप्त अमेरिकी यूनिवर्सिटी से आधुनिक भारत पर सर्वश्रेष्ठ डॉक्टोरल डिसेर्टेशन के लिए 'सरदार पटेल अवॉर्ड' का ऐलान किया है। इस अवॉर्ड में 10,000 डॉलर का नकद पुरस्कार भी शामिल है। ये अवॉर्ड इतिहास, सोशल साइंसेज, ह्यूमेनिटीज, एजुकेशन और फाइन आर्ट्स जैसे फील्ड्स में असाधारण रिसर्च को मान्यता देता है।
यह केंद्र 1999 में स्थापित किया गया था। यह आधुनिक भारत (1800 से वर्तमान) पर उत्कृष्ट शोध को मान्यता देता है। इसे UCLA फाउंडेशन के लिए सरदार पटेल एसोसिएशन के मित्रों द्वारा किए गए योगदान के माध्यम से बनाए गए एक फंड द्वारा समर्थित किया गया है।
यह अवॉर्ड भारत के पहले उप प्रधानमंत्री और गृह मंत्री सरदार वल्लभभाई पटेल को श्रद्धांजलि है। उन्हें आधुनिक भारत के 'आर्किटेक्ट' के तौर पर जाना जाता है। उन्होंने 565 रियासतों को मिलाकर भारत को एक राष्ट्र के रूप में संगठित किया था।
इस प्रतियोगिता में 2023-24 अकादमिक साल (1 सितंबर 2023 से 31 अगस्त 2024) में पूरी हुई डिसेर्टेशन्स शामिल हो सकती हैं। हिस्ट्री, एन्थ्रोपोलॉजी, सोशियोलॉजी, लिटरेचर, पॉलिटिकल साइंस, ह्यूमेनिटीज, आर्ट्स या सोशल साइंसेज जैसे फील्ड्स में अमेरिका की मान्यता प्राप्त यूनिवर्सिटी से रिसर्च होना जरूरी है।
आवेदकों को अपने शोध प्रबंध के साथ एक सारांश (500-1,000 शब्द), अपना CV और अपने पर्यवेक्षक या डिपार्टमेंट चेयर से वेरिफिकेशन फॉर्म PDF फॉर्मेट में 1 अप्रैल, 2025 तक जमा करना होगा। विजेताओं को लॉस एंजिल्स में होने वाले अवॉर्ड सेरेमनी में बुलाया जाएगा। साथ ही, उनकी डिसेर्टेशन का सारांश CISA और सरदार पटेल एसोसिएशन की वेबसाइट्स पर दिखाया जाएगा।
अगर आपको ज्यादा जानकारी चाहिए, तो आप UCLA सेंटर फॉर इंडिया एंड साउथ एशिया की वेबसाइट देख सकते हैं या अवॉर्ड कमिटी से सीधे संपर्क कर सकते हैं।
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