यूनिवर्सिटी ऑफ इलिनॉय अर्बाना-शैंपेन (UIUC) के इंडियन ग्रेजुएट स्टूडेंट्स एसोसिएशन (IGSA) ने 'भारत को जानिये' नाम के एक क्विज का आयोजन किया। इसमें स्टूडेंट्स ने उत्साह के साथ हिस्सा लिया। IGSA ने UIUC में 3000 से ज्यादा भारतीय और दूसरे स्टूडेंट्स के बीच इस प्रश्नोत्तरी अभियान को प्रमोट करने के लिए प्रोत्साहित किया। इस आयोजन के माध्यम से उन्हें भारत के बारे में जानने का मौका मिला।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को विदेश में रह रहे भारतीय समुदाय के लोगों को 'भारत को जानिये' क्विज में हिस्सा लेने का न्योता दिया था। उनका मकसद देश और विदेश में रहने वाले भारतीयों के बीच रिश्ता और मजबूत करना है।
पीएम मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (X) पर विदेश में रहने वाले भारतीय समुदाय और दूसरे देशों के दोस्तों से इस क्विज में हिस्सा लेने का आग्रह किया था। पीएम ने कहा था कि यह क्विज दुनिया भर में भारत और इसके प्रवासी भारतीयों के बीच नाता और गहरा करता है। यह हमारी समृद्ध विरासत और जीवंत संस्कृति को फिर से खोजने का भी एक शानदार तरीका है। प्रधानमंत्री ने यह भी बताया कि जीतने वालों को Incredible India की खूबसूरती का अनुभव करने का मौका मिलेगा।
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने 11 नवंबर को पांचवें 'भारत को जानिये' क्विज को वर्चुअली लॉन्च किया था। यह पांचवां संस्करण ऑनलाइन (www.bkjquiz.com) 11 नवंबर से 11 दिसंबर तक आयोजित किया जा रहा है। इसमें दो कैटेगरी में हिस्सा लिया जा सकता है। गैर-निवासी भारतीय और भारतीय मूल के व्यक्ति/विदेशी नागरिक, जिनकी उम्र 14 से 50 साल के बीच है।इस क्विज में कुल 30 सवाल होते हैं और हर सवाल का जवाब देने के लिए प्रतिभागियों को 30 सेकंड का समय मिलता है।क्विज में टॉप 30 स्कोर करने वालों (हर कैटेगरी में 15) को दो हफ्ते के 'भारत को जानिये यात्रा' के लिए बुलाया जाएगा। ये लोग भुवनेश्वर में 8-10 जनवरी 2025 को होने वाले 18वें प्रवासी भारतीय दिवस में भी हिस्सा लेंगे। सभी प्रतिभागियों को सर्टिफिकेट भी दिया जाएगा।
इससे पहले, यह क्विज 2015, 2018, 2020 और 2022 में आयोजित किया गया था। MEA के अनुसार, यह क्विज भारत सरकार का एक प्रयास है जिससे भारतीय प्रवासियों, खासकर युवाओं, के साथ नाता मजबूत हो और भारत के बारे में जानने के इच्छुक विदेशियों को भी जोड़ा जा सके। यह क्विज भारत के इतिहास, संस्कृति, विकास गाथा, राष्ट्र निर्माण और दुनिया में भारत के योगदान की गहरी समझ को बढ़ावा देने के लिए तैयार किया गया है।
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