अमेरिका को वित्त वर्ष 2026 के लिए आवश्यक संख्या में H-1B वीज़ा आवेदन मिल चुके हैं, अमेरिकी नागरिकता और आप्रवासन सेवा (USCIS) ने सोमवार को यह जानकारी दी।
H-1B कोटा भरने के लिए रजिस्ट्रेशन पूरा
USCIS के अनुसार, H-1B वीज़ा के लिए तय कोटा पूरा करने के लिए उन्हें पर्याप्त आवेदन मिल चुके हैं। अमेरिका हर साल 65,000 H-1B वीज़ा जारी करता है, जबकि अमेरिकी विश्वविद्यालयों से मास्टर या उससे ऊंची डिग्री प्राप्त करने वालों के लिए 20,000 अतिरिक्त वीज़ा आवंटित होते हैं।
USCIS के बयान में कहा गया, "यूएससीआईएस ने वित्त वर्ष 2026 के H-1B कोटे को भरने के लिए आवश्यक संख्या में इलेक्ट्रॉनिक पंजीकरण प्राप्त कर लिए हैं, जिसमें मास्टर डिग्री धारकों के लिए आरक्षित वीज़ा (एडवांस डिग्री एक्सेम्प्शन) भी शामिल हैं।"
लॉटरी के माध्यम से चयन, अधिसूचना जारी
संघीय एजेंसी ने बताया कि लॉटरी प्रक्रिया के तहत पर्याप्त संख्या में आवेदकों का चयन किया गया है, और चुने गए आवेदकों को उनकी पात्रता के बारे में सूचित कर दिया गया है।
चयनित आवेदकों के नियोक्ता 1 अप्रैल 2025 से H-1B याचिकाएं दायर कर सकते हैं। केवल उन्हीं आवेदकों के नियोक्ता आवेदन कर सकते हैं, जिनका पंजीकरण सफलतापूर्वक चुना गया है।
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पिछले वर्षों की तुलना में आवेदन की संख्या
2023 में 7,80,000 H-1B आवेदन प्राप्त हुए थे।
2024 में यह संख्या घटकर 4,79,953 हो गई।
इस साल USCIS ने अभी तक कुल आवेदनों की संख्या जारी नहीं की है।
इस साल से USCIS ने नए H-1B रजिस्ट्रेशन के लिए 215 अमेरिकी डॉलर का शुल्क लगाया है।
भारतीय पेशेवरों का दबदबा बरकरार
H-1B वीज़ा तकनीकी और उच्च कुशल पेशेवरों के लिए सबसे लोकप्रिय वीज़ा है। हर साल इस वीज़ा का सबसे बड़ा हिस्सा भारतीय पेशेवरों को मिलता है, जिससे भारत-अमेरिका के व्यापारिक और तकनीकी संबंधों को मजबूती मिलती है।
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