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मोदी अमेरिका में, ट्रंप ने निर्वासित प्रवासियों को दूसरी फ्लाइट से भारत भेज दिया

अमेरिका से पहले जत्थे में भारत पहुंचे लोगों में 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा व गुजरात से, तीन-तीन महाराष्ट्र व उत्तर प्रदेश से और दो चंडीगढ़ से थे।

इससे पहले 5 फरवरी को अमेरिका ने अपने सैन्य विमान के जरिए 104 भारतीय प्रवासियों को अमृतसर भेजा था। / File photo

अमेरिका से निर्वासित किए गए भारतीय प्रवासियों की दूसरी फ्लाइट 15 फरवरी को अमृतसर में उतरने की संभावना है। सूत्रों के अनुसार, एक और विमान जल्द भारत पहुंच सकता है। आने वाले दिनों में यह सिलसिला जारी रहने की संभावना है। यह फ्लाइट ऐसे समय उड़ेगी, जब भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका दौरे पर हैं। 

खबरों के मुताबिक, अमेरिका से निर्वासित प्रवासियों के दूसरे जत्थे में लगभग 170 से 180 लोगों के होने की संभावना है। हालांकि भारतीय अधिकारियों से इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं की है।

इससे पहले 5 फरवरी को एक बड़ी निर्वासन कार्रवाई के तहत अमेरिका ने अपने सैन्य विमान के जरिए 104 भारतीय प्रवासियों को अमृतसर भेज दिया था। इसे राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के सबसे बड़े निर्वासन अभियानों में से एक माना जा रहा है।

अमेरिका से पहले जत्थे में भारत पहुंचे लोगों में 30 पंजाब से, 33-33 हरियाणा व गुजरात से, तीन-तीन महाराष्ट्र व उत्तर प्रदेश से और दो चंडीगढ़ से थे। इन प्रवासियों को अमेरिकी सैन्य सी-17 विमान के जरिए लाया गया था। 

अमृतसर पहुंचने पर इन प्रवासियों की पहचान और पृष्ठभूमि की जांच की गई। उसके बाद उन्हें उनके घर तक भेज दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि पहले उन लोगों की पहचान की जाएगी जिनका आपराधिक रिकॉर्ड हो सकता है।

कुछ प्रवासियों ने आरोप लगाया कि यात्रा के दौरान उनके साथ अमानवीय व्यवहार किया गया। सफर के दौरान उन्हें हथक़ड़ी और बेड़ियों में बांधकर रखा गया। इस पर भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिसरी ने कहा कि यह एक गंभीर चिंता का विषय है। भारत इस मुद्दे को अमेरिकी अधिकारियों के समक्ष उठाएगा।

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने राज्यसभा में बताया कि अमेरिका से भारतीय प्रवासियों का निर्वासन पिछले कई वर्षों से जारी है। 2009 से लेकर अब तक 15,668 भारतीयों को अमेरिका से निर्वासित किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार यह सुनिश्चित करेगी कि निर्वासित लोगों के साथ उचित व्यवहार हो।

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