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भारतीय मूल के वेंकटसुब्रमणयन को अमेरिकी इंजीनियरिंग अकादमी में मिली जगह

भारतीय मूल के इंजीनियर वेंकट वेंकटसुब्रमणयन को अमेरिका की प्रतिष्ठित नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (NAE) में शामिल किया गया है। AI और केमिकल इंजीनियरिंग में उनके असाधारण योगदान के लिए उन्हें यह सम्मान मिला है। 

वेंकट ने 1977 में मद्रास यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में B.Tech की डिग्री हासिल की थी। / Columbia Engineering

भारतीय मूल के इंजीनियर वेंकट वेंकटसुब्रमणयन को अमेरिका की नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग (NAE) में जगह मिल गई है। ये इस फील्ड का सबसे बड़ा सम्मान माना जाता है। कोलंबिया यूनिवर्सिटी में सैमुअल रुबेन-पीटर जी. विले प्रोफेसर ऑफ इंजीनियरिंग सुब्रमणयन को आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए प्रॉसेस में आने वाली खामियों को पहचानने, सेफ्टी, फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग और मैटेरियल डिजाइन में उनके काम के लिए ये सम्मान दिया गया है।

वेंकट ने 1977 में मद्रास यूनिवर्सिटी से केमिकल इंजीनियरिंग में B.Tech की डिग्री हासिल की थी। वह केमिकल इंजीनियरिंग में AI के इस्तेमाल के मामले में हमेशा आगे रहे हैं। उन्होंने ऐसी कई भविष्यवाणी की थी जो आज आम बात हो गई हैं। यह उनकी दूरदर्शिता का कमाल है।

वेंकटसुब्रमणयन, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के जरिए प्रॉसेस में आने वाली खामियों को पहचानने, प्रॉसेस सेफ्टी, फार्मास्युटिकल इंजीनियरिंग और मैटेरियल डिजाइन में दुनिया भर में मशहूर एक्सपर्ट हैं। उन्हें NAE के 128 नए मेंबर्स और 22 इंटरनेशनल मेंबर्स के ग्रुप में शामिल किया गया है। नए मेंबर्स का ऐलान 11 फरवरी को हुआ था। इन सबको 5 अक्टूबर, 2025 को NAE की सालाना मीटिंग में शामिल किया जाएगा।

उनके रिसर्च ने कई क्षेत्रों में क्रांति ला दी है। 2003 में प्रॉसेस में आने वाली खामियों और सेफ्टी पर उनकी तीन रिसर्च पेपर्स 'कंप्यूटर्स एंड केमिकल इंजीनियरिंग' जर्नल में सबसे ज्यादा पढ़े जाने वाले 10 पेपर्स में शामिल हैं। केमिकल इंजीनियरिंग में AI पर उनका 2019 का पेपर पिछले दो दशकों में AIChE जर्नल का सबसे ज्यादा पढ़ा जाने वाला पेपर है। वह सिर्फ इंजीनियरिंग में ही नहीं, बल्कि इकॉनॉमिक्स में भी अपनी पहचान बना चुके हैं। 2017 में आई उनकी किताब (कितनी असमानता उचित है? एक नैतिक और स्थिर पूंजीवादी समाज के गणितीय सिद्धांत) गणित के नजरिए से इकोनॉमिक इक्वैलिटी पर बात करती है।

अपने करियर में वेंकटसुब्रमणयन को कई सम्मान मिल चुके हैं। अमेरिकन इंस्टिट्यूट ऑफ केमिकल इंजीनियर्स (AIChE) ने उन्हें 2009 में कंप्यूटिंग इन केमिकल इंजीनियरिंग अवॉर्ड दिया और 2011 में उन्हें फेलो बनाया। 2024 में उन्हें केमिकल इंजीनियरिंग में AI में उनके काम के लिए AIChE का सबसे पुराना और प्रतिष्ठित पुरस्कार, विलियम एच. वॉकर अवॉर्ड मिला।

वेंकटसुब्रमणयन के साथ ही कोलंबिया यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर माइकल लिप्सन को भी NAE में शामिल किया गया है। कोलंबिया इंजीनियरिंग के डीन शिह-फू चांग ने कहा, 'हम माइकल और वेंकट की शानदार उपलब्धियों को नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग द्वारा पहचाने जाने पर बहुत खुश हैं। दोनों अपने-अपने क्षेत्रों में अग्रणी हैं। इन्होंने हमारे समय के सबसे महत्वपूर्ण शोध क्षेत्रों फोटोनिक्स से लेकर AI और इंजीनियरिंग सिस्टम तक तरक्की की है। यह सम्मान कई वर्षों की समर्पण और योगदान को दर्शाता है।' इनके चुने जाने के साथ कोलंबिया इंजीनियरिंग में अब नेशनल एकेडमी ऑफ इंजीनियरिंग में 21 फैकल्टी मेंबर्स हो गए हैं।

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