अमेरिका में हिंदीयूएसए (HindiUSA) ने 14 अप्रैल को अपना दूसरा सालाना सांस्कृतिक उत्सव का आयोजन किया। हिंदीयूएसए के 85 से अधिक समर्पित स्वयंसेवकों की इस कार्यक्रम के आयोजन में भागीदारी रही। सांस्कृतिक और कलात्मक प्रतिभा से भरपूर संध्या के लिए 400 से अधिक लोगों का स्वागत किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि भारत के महावाणिज्य दूतावास, शिकागो के प्रेस, सूचना और सांस्कृतिक मामलों के वाणिज्य दूत संजीव पाल थे। उत्सव की शुरुआत हिंदीयूएसए सेंट लुइस के संस्थापक मयंक जैन और डॉ. अंशु जैन ने शानदार स्वागत के साथ की।
पार्कवे स्कूल बोर्ड के अध्यक्ष जेफ टॉड, बोर्ड के सदस्य डेबोरा हॉपर और पार्कवे स्कूल के अधीक्षक कीथ मार्टिन, रॉकवुड स्कूल के जिला उपाध्यक्ष तमारा रोमबर्ग और बोर्ड के निदेशक कैरी बेचर्ट सहित विशिष्ट अतिथियों ने अपनी उपस्थिति से इस अवसर की शोभा बढ़ाई।
इनके अलावा लिटिल एंजल्स फाउंडेशन के रिज खान, अफ्रीकन चैंबर ऑफ कॉमर्स के अध्यक्ष डॉ. लिंडा ओगबा फास, वर्ल्ड ट्रेड सेंटर/सेंट लुइस मोजेक परियोजना के लिए परियोजना प्रबंधक एनी मेबल भी शामिल थे। वेस्ट न्यूज मैगजीन और मिडरिवर्स न्यूज मैगजीन से शेरोन ह्यूबर, प्रोग्रेस 64 वेस्ट और वीपी एंटरप्राइज बैंक और ट्रस्ट की अधीक्षक डेबी शॉ, वेस्ट न्यूज मैगजीन से लॉरा सैगर, और चेस्टरफील्ड शहर के काउंसिल सदस्य, एमओ गैरी श्रीपेरंबदूर और मेरेल हेन्सन की भी उपस्थिति रही।
कार्यक्रम में 130 प्रतिभाशाली हिंदीयूएसए छात्रों की ओर से 21 मनोरम प्रदर्शनों के माध्यम से भारतीय संस्कृति का जीवंत प्रदर्शन किया गया। इस प्रदर्शन में नृत्य और नाटक के माध्यम से हिंदू, मुस्लिम, सिख, ईसाई और जैन धर्म जैसे प्रमुख धर्मों के साथ दीपावली, होली, महाशिवरात्रि, नवरात्रि, संक्रांति, कृष्ण जन्माष्टमी, गणगौर और बैसाखी जैसे प्रमुख त्योहारों पर कार्यक्रम किए गए।
होलिका और रामायण पर आधारित नृत्य नाटिका ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। इसके अलावा भक्ति गीत, बच्चों का आर्केस्ट्रा और शिक्षकों के समूह द्वारा पेश भगवान श्रीकृष्ण के जीवन पर एक प्रभावशाली नृत्य भी देखने को मिला। उपस्थित लोगों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम का जमकर आनंद लिया। इसके साथ ही गहनों, कपड़ों की खरीदारी और स्वादिष्ट भारतीय भोजन का लुत्फ उठाया।
इस कार्यक्रम के प्रस्तुतीकरण में मेघना लुंकड़ और शुचि खंडेलवाल ने अपने ऊर्जावान और रोचक होस्टिंग से समारोह को आकर्षक बनाया। हाई स्कूल के छात्रों ने अपनी एंकरिंग कौशल का प्रदर्शन किया। हिंदीयूएसए का दूसरा सालाना सांस्कृतिक कार्यक्रम सिर्फ एक उत्सव नहीं था, बल्कि यह सामुदायिक भावना और सांस्कृतिक विविधता का परिचय था।
ADVERTISEMENT
ADVERTISEMENT
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login