बांग्लादेश में हिंदू समुदाय के खिलाफ हाल ही में हुई हिंसा की HinduPACT (हिंदूपैक्ट) ने घोर निंदा की है। यह हिंसा दो पार्षदों की क्रूर हत्या और सरकार विरोधी प्रदर्शनों के दौरान पवित्र काली मंदिर और इस्कॉन मंदिर को तोड़फोड़ करने तक पहुंच गई है। संस्था ने कहा कि यह भयावह कृत्य केवल लोगों पर प्रहार नहीं है, बल्कि हिंदू समुदाय के बहुलवादी विश्वासों पर सीधा हमला है। हम बंग्लादेश में हिंदू समुदाय के साथ एकजुटता में खड़े हैं। बंग्लादेश सरकार से अपराधियों को सजा दिलाने और सभी नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए तुरंत कार्रवाई करने की मांग करते हैं, चाहे वे किसी भी धर्म के हों।
हिन्दूपैक्ट की सह-संयोजक दीप्ति महाजन ने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी इन जघन्य अपराधों पर ध्यान देना चाहिए और दुनिया भर में धार्मिक अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के लिए उपायों का समर्थन करना चाहिए। हम दुनिया भर के मानवाधिकार संगठनों और सरकारों से इन कार्यों की निंदा करने और सभी अल्पसंख्यक समुदायों के अधिकारों की सुरक्षा के लिए काम करने का आह्वान करते हैं।'
वीएचपीए के अध्यक्ष और हिन्दूपैक्ट के सह-संयोजक अजय शाह ने कहा, 'बांग्लादेश में तख्तापलट के साथ 10 मिलियन हिंदू नरसंहार के बम पर बैठे हैं। बांग्लादेश के अंदर से अकल्पनीय यातना, हत्या और हिंदू मंदिरों को जलाने की खबरें आ रही हैं। क्षेत्र में यह अस्थिरता भारत जैसे लोकतंत्रों के लिए बेहद खतरनाक है और पाकिस्तान में हिंदुओं के लिए भी एक अपरिहार्य खतरा है। हमें एशिया में इस अस्थिरता पर सभी पश्चिमी देशों की निगाहें और कान चाहिए और हम बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की मांग करते हैं।'
यह घटना 1971 के नरसंहार के दौरान हिंदुओं के खिलाफ किए गए अत्याचारों की एक भयावह याद दिलाती है, जिसमें अनुमान है कि 300,000 हिंदू क्रूरतापूर्वक मारे गए थे। ऐसे ऐतिहासिक भयावहता की गूंज धार्मिक अल्पसंख्यकों की सतर्कता और सुरक्षा की तत्काल आवश्यकता को रेखांकित करती है। हिन्दूपैक्ट दुनिया भर में हिंदुओं के अधिकारों और सुरक्षा की वकालत करने के लिए प्रतिबद्ध है और इस गंभीर मामले में न्याय सुनिश्चित करने के लिए अथक प्रयास जारी रखेगा।
हिंदू पॉलिसी रिसर्च एंड एडवोकेसी कलेक्टिव (HinduPACT) अमेरिकन हिंदू समुदाय से संबंधित मुद्दों के लिए आवाज उठाने और नीति अनुसंधान के लिए विश्व हिन्दू परिषद ऑफ अमेरिका (VHPA) की एक पहल है। हिन्दूपैक्ट मानवाधिकारों, मतदाता शिक्षा और अमेरिकी हिंदुओं को प्रभावित करने वाली नीतियों को बढ़ावा देता है।
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