हिंदूज फॉर ह्यूमन राइट्स (HfHR) संगठन ने मंगलवार को कैपिटल हिल में अपने वार्षिक दिवाली उत्सव की मेजबानी की। इस आयोजन में समुदाय के सदस्यों, आस्था नेताओं और सांसदों को एक मंच पर आमंत्रित किया गया। यह आशा, एकता और दिवाली की भावना का प्रतीक था। इस वर्ष का आयोजन विशेष रूप से महत्वपूर्ण था क्योंकि यह अमेरिकी चुनाव के कुछ ही दिनों बाद आयोजित किया गया था। इसमें एकजुटता के महत्व और न्याय, लोकतंत्र तथा मानवाधिकारों के प्रति नई प्रतिबद्धताओं को रेखांकित किया गया।
उत्सव की शुरुआत HfHR की वरिष्ठ नीति निदेशक रिया चक्रवर्ती के गर्मजोशी भरे स्वागत के साथ हुई। रिया ने दिवाली को अंधेरे पर प्रकाश की विजय के प्रतीक के रूप में व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि कैसे त्योहार के मूल्य उत्पीड़न के खिलाफ खड़े होने, हाशिए पर मौजूद समुदायों की वकालत करने और अंतरधार्मिक एकजुटता को बढ़ावा देने के HfHR के मिशन के साथ मेल खाते हैं।
हिंदू आस्था नेता सपना पंड्या और सिख आस्था नेता मननिर्मल कौर ने उपस्थित लोगों के साथ प्रार्थनाएं करते हुए मेलजोल के एक पवित्र संबंध को बढ़ावा दिया और HfHR के काम के केंद्र में अंतरधार्मिक लोकाचार को व्यक्त किया। उनके शब्द विभिन्न आस्था परंपराओं में न्याय, शांति और करुणा के प्रति साझा प्रतिबद्धता की याद दिलाते हैं।
कार्यक्रम में प्रतिनिधि रशीदा तलीब और प्रतिनिधि बेन क्लाइन की प्रेरक बातों ने सबका ध्यान खींचा। उन्होंने दिवाली के महत्व और आने वाली सांस्कृतिक तथा राजनीतिक चुनौतियों पर विचार किया। प्रतिनिधि तलीब ने हाशिये पर पड़े समुदायों के साथ एकजुटता से खड़े होने के बारे में जोश से बात की जबकि प्रतिनिधि क्लाइन ने राजनीतिक विभाजनों के पार एकता और समझ की आवश्यकता पर जोर दिया।
शाम को राधिका गोरे ने एक भावपूर्ण संगीतमय प्रस्तुति दी जिसने कक्ष में शांति का संचार किया। युवा कलाकारों अश्री राजभंडारी, अयाना राजभंडारी, ज़ैरे केसी, अहान ओझा, अयान घिमिरे और मिवान घिमिरे द्वारा एक जीवंत नेपाली तिहार नृत्य प्रस्तुत किया गया, जिसने त्योहार के रंगों और लय को जीवंत कर दिया और बहुसंस्कृतिवाद का जश्न मनाया जिसे HfHR संजोकर रखने में जुटा है।
कार्यक्रम के अंत में HfHR ने सभी कलाकारों, वक्ताओं, आस्था नेताओं और सह-प्रायोजकों के प्रति अपनी गहरी कृतज्ञता व्यक्त की। कार्यक्रम के सफल आयोजन में न्यूयॉर्क के इंटरफेथ सेंटर, सिख गठबंधन, दलित अधिकारों के लिए अंतर्राष्ट्रीय आयोग, सीडर लेन यूनिटेरियन यूनिवर्सलिस्ट चर्च, दलित सॉलिडैरिटी फ़ोरम और भारतीय अमेरिकी मुस्लिम परिषद ने अहम भूमिका निभाई।
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