बांग्लादाश में सामाजिक असंतोश से उपजे आक्रोश के दौरान तख्तापलट में अल्पसंख्यकों और खासकर हिंदुओं पर होने वाले अत्याचार और हिंसा के खिलाफ दुनियाभर में आवाज उठ रही है। बांग्लादेश में हिंदू समुदाय को निशाना बनाने को लेकर अमेरिका में बीते कई दिनों से समुदाय के लोग आवाज उठा रहे हैं और हिंसा तथा लूटपाट के सिलसिले को बंद करने की मांग कर रहे हैं।
इसी क्रम में 20 अगस्त को शिकागो के हिंदुओं ने हिंदू अल्पसंख्यकों को निशाना बनाने और महिलाओं पर अत्याचार बंद करने की मांग को लेकर एक रैली का आयोजन किया। रैली में शिकागो के 100 से अधिक हिंदुओं ने अपने गुस्से का इजहार करते संयुक्त राष्ट्र से बांग्लादेशी हिंदुओं की हत्या करने वालों के खिलाफ तत्काल कार्रवाई की मांग की! शॉम्बर्ग इलिनोइस में गोल्फ रोड और मीचम चौराहे पर जमा लोगों ने अपना गुस्सा व्यक्त करने के लिए हाथों में तख्तियां ले रखी थीं। इन तख्तियों पर लिखा था- हिंदुओं को मारना बंद
करो, महिलाओं की बेइज्जती पर रोक लगे, खून बहाने वालों पर कार्रवाई हो... इत्यादि।
नरसंहार के खिलाफ छात्रों का प्रदर्शन
इससे पहले 17 अगस्त को बांग्लादेश में हिंदुओं के नरसंहार पर अपनी गहरी नाराजगी व्यक्त करने के लिए प्रदर्शनकारियों का एक समूह वाटरवॉल पर एकत्र हुआ। विश्वविद्यालय के भावुक छात्रों के नेतृत्व में प्रदर्शनकारियों ने पोस्ट ओक ब्लाव्ड पर तीन ब्लॉक नीचे तक मार्च किया, नारे लगाए और क्षेत्र में शांति की तुरंत मांग की।
ह्यूस्टन में हुए इस विरोध प्रदर्शन में विभिन्न पृष्ठभूमि के लोग शामिल हुए। विश्वविद्यालय के छात्रों में हिंदू और यहूदी दोनों समुदायों के लोग शामिल थे। टेक्सास स्टेट यूनिवर्सिटी की अंजलि अग्रवाल और ह्यूस्टन विश्वविद्यालय के यजत भार्गव द्वारा आयोजित इस प्रदर्शन का मुख्य उद्देश्य बांग्लादेश में हिंदुओं के खिलाफ जारी हिंसा की निंदा करना था।
ह्यूस्टन में हिंदू संगठनों का विशाल मार्च,
बांग्लादेश में शेख हसीना सरकार गिरने के बाद हिंदू समुदाय के खिलाफ हमलों के प्रति नाराजगी व्यक्त करने और जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से टेक्सस के ह्यूस्टन सुगर लैंड सिटी हॉल में विशाल कार्यक्रम का आयोजन किया गया। आयोजकों का दावा है कि ह्यूस्टन टेक्सास एरिया में आयोजित यह इस तरह का पहला कार्यक्रम था। इसमें 300 से अधिक लोग शामिल हुए।
इस कार्यक्रम का आयोजन बांग्लादेशी हिंदू प्रवासी संगठन मैत्री इन ह्यूस्टन और हिंदूएक्शन, वीएचपीए, हिंदूपैक्ट, ग्लोबल कश्मीरी पंडित डायस्पोरा (जीकेपीडी) और ह्यूस्टन दुर्गा बारी सोसाइटी ने मिलकर किया था। प्रमुख हिंदू संगठन हिंदू स्वयंसेवक संघ (HSS), सेवा इंटरनेशनल, हिंदूज ऑफ ग्रेटर ह्यूस्टन और हिंदू अमेरिकन फाउंडेशन (HAF) ने भी कार्यक्रम में भागीदारी की।
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