पहली पीढ़ी के अमेरिकी उद्यमी और कम्युनिटी लीडर दिग्विजय 'डैनी' गायकवाड़ ने फ्लोरिडा में एक प्रमुख होटल व्यवसायी के रूप में नाम कमाया है। भारत के बड़ौदा में जन्मे, एक जज के बेटे और भारतीय सेना के एक कर्नल के पोते डैनी अपना अमेरिकी ड्रीम पूरा करने के लिए 1987 में पत्नी मनीषा के साथ अमेरिका आए थे।
इसके तीन दशक बाद अब उनकी पहचान एक दूरदर्शी नेता के रूप में बन चुकी है जो उद्योगों, समुदायों और राजनीति पर अपना असर रखता है। न्यू इंडिया अब्रॉड के साथ एक विशेष इंटरव्यू में डैनी गायकवाड़ ने मौजूदा अमेरिकी राजनीति, होटल बिजनेस और भारतीय अमेरिकियों से संबंधित मुद्दों पर अपने विचार साझा किए।
गायकवाड़ का मानना है कि राष्ट्रपति चुनाव में भारतीय अमेरिकियों को डोनाल्ड ट्रम्प का समर्थन करना चाहिए। गायकवाड़ के मुताबिक, ट्रम्प का रिकॉर्ड खुद बोलता है, खासकर भारत के साथ मजबूत दोस्ती के संदर्भ में। इसके लिए डैनी 2020 का वाकया याद करते हुए कहते हैं कि जब चीन ने भारत के उत्तरी इलाकों में घुसपैठ की थी, तब ट्रम्प ने चीन को चेतावनी देने के लिए परमाणु हथियारों से सक्षम फाइटर भेजे थे। डैनी का कहना था कि संकट के समय में ट्रम्प लगातार भारत के साथ खड़े रहे हैं।
कमला हैरिस के प्रति आलोचनात्मक रुख दिखाते हुए डैनी कहते हैं कि मैंने कमला हैरिस को कभी भी खुद को भारतीय-अमेरिकी के रूप में पेश करते हुए नहीं देखा। वह हमेशा एक अश्वेत महिला के रूप में अपनी पहचान बताती हैं। इसके बावजूद यह हैरान करने वाली बात है कि कुछ भारतीयों में हैरिस को भारतीय अमेरिकी बताने का जुनून सवार है। डैनी कहते हैं कि हैरिस ने कभी भी पब्लिक रिकॉर्ड और बयानों ने अपनी भारतीय पहचान को जाहिर नहीं किया, फिर हम क्यों इसे इतना तूल दे रहे हैं?
इस चुनाव में भारतीय अमेरिकियों को किन मुद्दों को प्राथमिकता देनी चाहिए, इस सवाल पर गायकवाड़ ने दो प्रमुख चिंताओं का जिक्र किया- सीमा सुरक्षा और अर्थव्यवस्था। उन्होंने कहा कि उनके जैसे कई भारतीय अमेरिकी कानूनी रूप से अमेरिका आए, वीजा और उचित दस्तावेज के लिए लंबा इंतजार किया। मेरे कुछ दोस्तों ने तो 15 साल तक इंतजार किया। डैनी अवैध आव्रजन पर बाइडेन प्रशासन के दृष्टिकोण की आलोचना करते हुए कहते हैं कि यह कानूनी रूप से देश में आने वालों के प्रयासों को कमजोर करता है। मैं अवैध आव्रजन के पूरी तरह खिलाफ हूं, लेकिन कानूनी इमिग्रेशन चाहता हूं।
आर्थिक मोर्चे पर गायकवाड़ ने हैरिस की प्रस्तावित टैक्स नीतियों खासकर पूंजीगत लाभ करों पर चिंता व्यक्त की। उनका मानना है कि इससे भारतीय अमेरिकी कारोबारियों को काफी नुकसान होगा। कमला पूंजीगत लाभ पर 44 प्रतिशत टैक्स लगाना चाहती हैं जो व्यापार, उद्यमिता और सफलता चाहने वालों के लिए सजा ए मौत से कम नहीं होगा। डैनी इसके उलट ट्रम्प की व्यापार के प्रति समझ की सराहना करते हैं। वह कहते हैं कि ट्रम्प ने पूंजीगत लाभ को 28 प्रतिशत से घटाकर 15 प्रतिशत कर दिया क्योंकि वह समझते हैं कि इन लोगों ने कड़ी मेहनत से पैसा कमाया है।
एक होटल कारोबारी के रूप में गायकवाड़ को अगले राष्ट्रपति से विशिष्ट उम्मीदें हैं। उनका मानना है कि पुराना फ्रेंचाइज लॉ फ्रेंचाइज़र के लिए फायदेमंद और फ्रेंचाइजी के लिए घाटे का सौदा है। ये फ्रैंचाइज़ी कानून 1960 के दशक में लिखे गए थे और अब वह मौजूदा उद्योग के लिए प्रासंगिक नहीं हैं। फ्रैंचाइज़ी फीस 5 प्रतिशत से बढ़कर 14-15 प्रतिशत हो गई है। उन्होंने राष्ट्रपति से निष्पक्ष फ्रैंचाइज़ कानून बनाने का आह्वान किया।
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