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भारतवंशी सांसद के प्रयासों से अमेरिका में टिकटॉक होगा बैन, हाउस की मुहर लगी

प्रोटेक्टिंग अमेरिकन्स फ्रॉम फॉरेन एडवर्सरी कंट्रोल्ड एप्लिकेशंस एक्ट नाम के इस विधेयक को भारतीय मूल के सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने सदन में पेश किया। इस पर मतदान के दौरान पत्र में 352 और विपक्ष में 65 वोट पड़े।

टिकटॉक पर बैन के बिल को अब सीनेट में पेश किया जाएगा।  / Facebook @ Raja Krishnamoorthi

अमेरिका में टिकटॉक (TikTok) पर प्रतिबंध लगाने की दिशा में कांग्रेस ने एक कदम आगे बढ़ा दिया है। इस चाइनीज एप पर पूरे अमेरिका में बैन लगाने के लिए पेश द्विदलीय विधेयक हाउस में पास हो गया है। अब इसे मंजूरी के लिए सीनेट में पेश किया जाएगा। 

अमेरिका में टिकटॉक के उपयोग पर पूर्ण प्रतिबंध लगाने की मांग वाले इस विधेयक पर बुधवार को हाउस में मतदान हुआ। इस विधेयक में प्रावधान है कि यदि टिकटॉक की चीनी मूल कंपनी बाइटडांस अपने अमेरिकी ऑपरेशन को नहीं बेचती है तो उस पर पूरी तरह बैन लगा दिया जाएगा। 



प्रोटेक्टिंग अमेरिकन्स फ्रॉम फॉरेन एडवर्सरी कंट्रोल्ड एप्लिकेशंस एक्ट नाम के इस विधेयक को भारतीय मूल के सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने सदन में पेश किया। इस पर मतदान के दौरान पत्र में 352 और विपक्ष में 65 वोट पड़े। डेमोक्रेट और रिपब्लिकन दोनों दलों के प्रमुख नेताओं ने इसका विरोध किया। 

सांसद राजा कृष्णमूर्ति ने बिल पेश करते हुए कहा कि यह बिल टिकटॉक के बारे में नहीं है, न ही यह उस पर प्रतिबंध लगाता है। यह बिल बाइटडांस के बारे में है जिसके पास टिकटॉक का 100 फीसदी मालिकाना हक है। उन्होंने कहा कि बाइटडांस को चीनी कम्युनिस्ट पार्टी द्वारा नियंत्रित किया जाता है। वास्तव में बाइटडांस के एडिटर इन चीफ चीन की कम्युनिस्ट पार्टी सेल के सचिव हैं। जिनका दर्जा कंपनी के उच्चतम रैंक के समान है। 

राजा ने कहा कि इस विशेष बिल में प्रावधान करता है कि बाइटडांस टिकटॉक पर मालिकाना हक पर अपना बहुमत छोड़ दे। हम टिकटॉक का संचालन जारी रखना चाहते हैं, लेकिन सीसीपी के नियंत्रण में इसे नहीं चलने दे सकते। सांसद कृष्णमूर्ति ने कहा कि विनिवेश कोई नई बात नहीं है। अमेरिका ने इसी तरह की राष्ट्रीय सुरक्षा चिंताओं के आधार पर ग्रिंडर के विनिवेश की मांग की थी तब सुचारू रूप से प्रक्रिया अपनाई गई थी। 

उन्होंने कहा कि बाइटडांस टिकटॉक ऐप का इस्तेमाल जारी रखने के लिए देश के 170 मिलियन से ज्यादा यूजर्स को पुश नोटिफिकेशन भेजता है जिनमें नाबालिग शामिल हैं। यही नहीं, कांग्रेस के कार्यालयों को कॉल करके ऐप का प्रयोग जारी रखने के लिए कहा जाता है। 

हालांकि मतदान के दौरान अमेरिकी प्रतिनिधि सभा में पहली भारतीय अमेरिकी महिला का खिताब हासिल करने वालीं प्रमिला जयपाल ने वोट नहीं दिया। जयपाल ने स्वीकार किया कि ऐप के जरिए अमेरिकियों के डेटा तक पहुंच बनाने की चीनी सरकार की क्षमता अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा से लिहाज से गंभीर मामला है। लेकिन उनका कहना था कि इस बिल को तैयार करने का काम जल्दबाजी में किया गया है। इसमें यूजर्स के डेटा की सुरक्षा का ध्यान नहीं रखा गया है। 

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