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प्रमुख सिख नेता ने कहा- ट्रम्प जीतते हैं तो मध्य पूर्व संकट, यूक्रेन-रूस युद्ध खत्म हो जाएगा

धालीवाल ने मिल्वौकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के मौके पर न्यू इंडिया अबॉर्ड से बातचीत में कहा कि अगर ट्रम्प व्हाइट हाउस में होते, तो आज कोई यूक्रेन युद्ध नहीं होता। कोई मध्य पूर्व युद्ध नहीं होता। धालीवाल ने विश्वास जताया कि आगामी चुनावों में रिपब्लिकन बहुमत हासिल करेंगे।

प्रमुख सिख लीडर और अरबपति उद्यमी दर्शन सिंह धालीवाल ने भारत-अमेरिकी संबंधों में प्रगति के लिए मोदी की तारीफ की। / NIA

प्रमुख सिख लीडर और अरबपति उद्यमी दर्शन सिंह धालीवाल ने पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की मध्य पूर्व संकट और यूक्रेन-रूस युद्ध सहित वैश्विक संघर्षों को हल करने की क्षमता में विश्वास जताया है। गैर-निवासी भारतीयों के लिए भारत के सर्वोच्च सम्मान से सम्मानित धालीवाल ने कहा कि मुझे लगता है कि ट्रम्प देश और दुनिया के लिए बहुत अच्छा काम कर रहे हैं।

धालीवाल ने मिल्वौकी में रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन के मौके पर न्यू इंडिया अबॉर्ड से बातचीत में कहा कि अगर ट्रम्प व्हाइट हाउस में होते, तो आज कोई यूक्रेन युद्ध नहीं होता। कोई मध्य पूर्व युद्ध नहीं होता। और मैं आपको आज कुछ भी दांव पर लगा सकता हूं, अगर वह 20 जनवरी से पहले जीतते हैं, तो दोनों युद्ध रुक जाएंगे।

धालीवाल ने ट्रम्प पर हाल ही में हुए हत्या के प्रयास को बहुत दुखद बताया और राजनीतिक हिंसा की वर्तमान स्थिति की आलोचना की। उन्होंने ट्रम्प के लचीलेपन की प्रशंसा करते हुए कहा, ऐसी गोलीबारी की घटना से एक सामान्य इंसान हिल जाता। लेकिन वह उठा और कह रहा था कि, लड़ो, लड़ो। इससे पता चलता है कि वह एक अच्छा कमांडर इन चीफ हो सकता है। धालीवाल ने कहा कि यह उनका गुण है। मुझे लगता है कि अगर वह राष्ट्रपति बनते हैं तो यह देश और दुनिया के लिए अच्छा होगा।

वर्तमान प्रशासन के प्रति बढ़ते असंतोष को देखते हुए धालीवाल को विश्वास है कि आगामी चुनावों में रिपब्लिकन हाउस और सीनेट में बहुमत हासिल करेंगे। धालीवाल ने जोर देकर कहा कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने ट्रम्प के पिछले प्रशासन के दौरान एक वैश्विक नेता के रूप में अपनी स्थिति को फिर प्राप्त किया। वर्तमान प्रशासन के तहत इसके प्रभाव में कमी दिख रही है। पिछले चार सालों में जब ट्रम्प राष्ट्रपति थे तो उन्होंने उस चीज को वापस लाया। अब हमने फिर से इसे खो दिया है। धालीवाल ने कहा कि ट्रम्प अमेरिका के हितों को प्राथमिकता देते हैं और अंतरराष्ट्रीय संघर्षों पर मजबूत रुख रखते हैं।

धालीवाल ने भारत और अमेरिका के बीच मजबूत संबंधों की भी सराहना की। भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इस प्रगति का श्रेय दिया। उन्होंने कहा कि भारत और अमेरिका के बीच संबंध वास्तव में अच्छे चल रहे हैं। मुझे मोदी पर बहुत गर्व है। उन्होंने पिछले एक दशक में भारत की बढ़ती वैश्विक पहचान पर प्रकाश डाला। मोदी को दुनिया के मंच पर भारत की छवि और स्थिति को बढ़ाने का श्रेय दिया। ट्रम्प के राष्ट्रपति पद के भारत-अमेरिका संबंधों पर संभावित प्रभाव पर चर्चा करते हुए, धालीवाल आशावादी हैं। उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि अब ट्रम्प के सत्ता में आने के साथ हमारा संबंध और भी बेहतर होने वाला है।

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