अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अवैध प्रवासियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई का ऐलान कर चुके हैं, इसमें अवैध भारतीय प्रवासी भी शामिल हैं। ट्रम्प की चेतावनी का असर अब दिखाई देने लगा है। एक अमेरिकी अधिकारी के अनुसार, अमेरिका से अवैध रूप से आए भारतीय प्रवासियों को लेकर एक यूएस आर्मी C-17 सैन्य विमान 5 फरवरी को अमृतसर पहुंचने की उम्मीद है। इस विमान में 205 भारतीयों के होने की बात सामने आ रही है।
इस संबंध में, वॉल स्ट्रीट जर्नल की वाशिंगटन डीसी स्थित पत्रकार नैन्सी यूसुफ ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर पोस्ट किया। अमेरिकी सैन्य अधिकारियों के हवाले से उन्होंने लिखा, अमेरिकी सैन्य C-17 विमान, जिसमें दर्जनों अवैध रूप से अमेरिका में घुसे प्रवासी हैं, आज अमृतसर, भारत के लिए रवाना हुआ। यह इस क्षेत्र से बाहर जाने वाली पहली ऐसी उड़ान है। विमान गुआम में रुकेगा और स्थानीय समयानुसार 5 फरवरी को अमृतसर पहुंचेगा।
अभी तक अमृतसर के स्थानीय अधिकारियों ने इस खबर की पुष्टि नहीं की है, लेकिन जैसे ही यह जानकारी सार्वजनिक हुई, पंजाब में मीडिया हलकों में चर्चा तेज हो गई। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अवैध प्रवासियों पर शिकंजा कसने के लिए अमेरिकी सेना की मदद ली है, और आने वाले दिनों में और भी भारतीयों के अमेरिका से निर्वासन (डिपोर्टेशन) की संभावना जताई जा रही है। अमेरिका ने भारत के अलावा ग्वाटेमाला, पेरू और होंडुरास में भी अवैध प्रवासियों को भेजने के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था की है।
भारत क्या बोला
भारत के विदेश मंत्रालय ने पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि वह अमेरिका और अन्य देशों में अवैध रूप से रह रहे भारतीय नागरिकों को वापस लेने के लिए तैयार है।
गौरतलब है कि पंजाब, हरियाणा, गुजरात और अन्य राज्यों से बड़ी संख्या में लोग डंकी रूट (Dunki Route) के जरिए मैक्सिको, ग्वाटेमाला और होंडुरास होते हुए अमेरिका में अवैध रूप से प्रवेश करते थे। हालांकि, ट्रंप के सत्ता में आने के बाद यह प्रक्रिया काफी हद तक थम गई है। अमेरिका की ट्रम्प सरकार अवैध आव्रजन पर लगातार शिकंजा कस रही है और टेक्सास और कैलिफोर्निया में हिरासत में लिए गए हजारों भारतीयों को वापस भेजने के लिए विशेष उड़ानों की व्यवस्था कर रही है।
भारत-अमेरिका के बीच राजनयिक बातचीत
अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो (Marco Rubio) ने इस मुद्दे पर भारतीय विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर से चर्चा की थी। जयशंकर ने कहा था कि भारत अवैध प्रवास का कड़े शब्दों में विरोध करता है। भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर ने कहा, इससे कई अन्य अवैध गतिविधियाँ भी जुड़ी होती हैं। यह न ही लाभकारी है और न ही हमारे देश की छवि के लिए अच्छा है। यदि हमारे कुछ नागरिक अवैध रूप से वहां रह रहे हैं और यह प्रमाणित हो जाता है कि वे भारतीय नागरिक हैं, तो हम उन्हें वापस लेने के लिए तैयार हैं।
हजारों भारतीयों की वापसी
एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिका ने अक्टूबर 2023 से सितंबर 2024 के बीच 1100 से अधिक भारतीयों को निर्वासित किया है। अब ट्रम्प सरकार की नई नीति के तहत भारत सहित कई देशों के अवैध प्रवासियों को सैन्य उड़ानों के जरिए वापस भेजा जा रहा है। इससे भारत-अमेरिका संबंधों पर भी प्रभाव पड़ सकता है।
Comments
Start the conversation
Become a member of New India Abroad to start commenting.
Sign Up Now
Already have an account? Login