भारत और चीन के बीच सोमवार को कई समझौते हुए। भारतीय विदेश सचिव विक्रम मिस्री दो दिवसीय यात्रा पर चीन पहुंचे थे। बीजिंग में उन्होंने चीन के विदेश मंत्री वांग यी से मुलाकात की। दोनों देशों ने कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर शुरू करने का फैसला किया है। साथ ही दिल्ली से बीजिंग की सीधी उड़ान को भी मंजूरी मिल गई है। दोनों पक्ष आपसी संबंधों को "स्थिर और बहाल" करने के लिए कुछ जन-केंद्रित कदम उठाने पर सहमत हुए।
भारतीय विदेश मंत्रालय ने यह जानकारी विदेश सचिव विक्रम मिस्री की बीजिंग में अपने चीनी समकक्ष सुन वेइदोंग के साथ वार्ता के बाद दी। इसने कहा कि दोनों पक्ष दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएं पुनः शुरू करने पर भी सैद्धांतिक रूप से सहमत हुए।
विदेश मंत्रालय ने कहा, “ जैसा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और राष्ट्रपति शी जिनपिंग के बीच अक्टूबर में कज़ान में हुई बैठक में सहमति बनी थी, दोनों पक्षों ने भारत-चीन द्विपक्षीय संबंधों की स्थिति की व्यापक समीक्षा की और संबंधों को स्थिर और बहाल करने के लिए कुछ जन-केंद्रित कदम उठाने पर सहमति व्यक्त की।”
गर्मियों में कैलास मानसरोवर यात्रा
इसने कहा, ‘‘इस संदर्भ में दोनों पक्षों ने 2025 की गर्मियों में कैलाश मानसरोवर यात्रा फिर शुरू करने का फैसला किया।’’ विदेश मंत्रालय ने कहा कि दोनों पक्षों ने सीमापार नदियों से संबंधित आंकड़ों और अन्य सहयोग का प्रावधान पुनः शुरू करने को लेकर चर्चा के लिए भारत-चीन विशेषज्ञ स्तरीय तंत्र की बैठक शीघ्र बुलाने पर भी सहमति व्यक्त की।
दिल्ली से बीजिंग सीधी उड़ान
दोनों पक्ष मीडिया और ‘थिंक टैंक’ के बीच संपर्क सहित लोगों के बीच आदान-प्रदान को और बढ़ावा देने तथा सुविधाजनक बनाने के लिए उचित कदम उठाने पर सहमत हुए। विदेश मंत्रालय ने कहा, "वे दोनों देशों के बीच सीधी हवाई सेवाएं फिर शुरू करने के लिए सैद्धांतिक रूप से सहमत हुए। दोनों पक्षों के संबंधित तकनीकी अधिकारी जल्द ही इस उद्देश्य के लिए एक अद्यतन रूपरेखा पर बातचीत करेंगे।"
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