भारत पर केंद्रित 20 गैर-लाभकारी, परोपकारी एवं धर्मार्थ संगठनों के अमेरिकी गठबंधन इंडिया फिलैन्थ्रॉपी एलायंस (आईपीए) ने अपनी 5वीं वार्षिक युवा निबंध प्रतियोगिता के विजेताओं का ऐलान कर दिया है। इस साल के निबंधों में युवाओं ने भारत में विकास संबंधी मुद्दों पर अपने व्यावहारिक दृष्टिकोण का प्रदर्शन किया।
इस साल की प्रतियोगिता में छात्रों को इस सवाल पर जवाब देने के लिए प्रेरित किया गया था कि "भारत में विकास का कौन सा मुद्दा आपको सबसे ज्यादा जरूरी लगता है और क्यों?" इस तरह युवा प्रतिभागियों को इस विषय पर सोचने के लिए प्रेरित किया गया कि अमेरिका में रहते हुए हम भारत की सबसे ज्यादा जरूरी समस्या के समाधान में कैसे योगदान दे सकते हैं।
श्रेणी वार विजेता, उपविजेता और फाइनलिस्ट इस प्रकार हैं:
हाई स्कूल विजेता निर्मल मेलम ग्रेड 9, डेस मोइनेस आयोवा;
हाई स्कूल उपविजेता: आर्य गोयल, ग्रेड 11, स्कार्सडेल न्यूयॉर्क और कैरोलीन प्रवीन, ग्रेड 11, पिट्सबर्ग पेंसिल्वेनिया
फाइनलिस्ट: अरहान अय्यर, ग्रेड 9, डलास टेक्सास और आयुषी अग्रवाल, ग्रेड 9 ओक पार्क कैलिफोर्निया।
मिडिल स्कूल विजेता: सिया लक्ष्मी सैम्पसन, ग्रेड 7, न्यू मार्केट मैरीलैंड;
मिडिल स्कूल रनर-अप: आदित्य मुनीश, ग्रेड 8, लिटिल एल्म टेक्सास
फाइनलिस्ट: रिशान शरथ, ग्रेड 6, बार्गर्सविले इंडियाना और स्वाति प्रेमकुमार, ग्रेड 8, बोथेल वाशिंगटन।
प्रतिभागियों का कहना था कि इस प्रतियोगिता ने उन्हें परोपकारी कार्यों से जुड़ने के लिए प्रेरित किया है। बता दें कि पिछले विजेता आईपीए के प्रमुख नेटवर्क संगठनों के साथ स्वेच्छा से काम करते रहे हैं। उन्होंने इंडिया गिविंग डे की यूथ लीडरशिप काउंसिल में योगदान दिया है।
Exciting news! The results of the 2024 Youth Essay Competition are here! This year, brilliant young minds from across the US tackled India's most pressing challenges and uncovered hidden narratives. Their insights and solutions are nothing short of inspiring!
— India Philanthropy Alliance (@phil_india) September 19, 2024
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विजेताओं को अपने पुरस्कृत विचारों को कैम्ब्रिज मैसाचुसेट्स में 25 अक्टूबर को होने वाले परोपकारी शिखर सम्मेलन में पेश करने का मौका मिलेगा। इस सम्मेलन में व्यापारिक नेता, परोपकारी और गैर-लाभकारी पदाधिकारी एक मंच पर आएंगे और भारत से जुड़े महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करेंगे।
इंडिया फिलैन्थ्रॉपी एलायंस के वाइस प्रेसिडेंट व प्रतियोगिता के प्रायोजकों में से एक जय सहगल का कहना था कि इतने सारे युवाओं को इस प्रतिस्पर्धा में शामिल होते हुए देखकर हम खुद को सशक्त महसूस कर रहे हैं। जब हम युवाओं के लिए काम करते हैं तो उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने में मदद मिलती है और सभी को इसका लाभ होता है। इंडिया फिलैन्थ्रॉपी एलायंस ने प्रतियोगिता को शुरू से स्पॉन्सर करने के लिए सर्व मंगल फैमिली ट्रस्ट को धन्यवाद दिया। पिछले तीन वर्षों में समर्थन के लिए सहगल फाउंडेशन का भी आभार जताया।
आईपीए के बारे में बताएं तो यह गैर-लाभकारी, परोपकारी और धर्मार्थ संगठनों का एक गठबंधन है जो भारत में विकास कार्यों को बढ़ावा देने और गरीबी कम करने के कार्यक्रमों के लिए अमेरिका और अन्य जगहों पर लोगों को एकजुट करता है। इसके 20 कोर नेटवर्क संगठन हैं, जिनमें अगस्त्य यूएसए, आकांक्षा एजुकेशन फंड, अक्षय पात्र यूएसए, अमेरिकन इंडिया फाउंडेशन, अंतरा इंटरनेशनल, आरोग्य वर्ल्ड, चिल्ड्रन्स होप इंडिया, कम्युनिटी प्योर वाटर, क्राई अमेरिका, फाउंडेशन फॉर एक्सीलेंस, इंडियास्पोरा, लोटस पेटल फाउंडेशन, प्लैनेट रीड, प्रथम यूएसए, प्रोजेक्ट इको, सहगल फाउंडेशन, टीच फॉर इंडिया यूएस, विसेंट फेरर फाउंडेशन यूएसए, विजनस्प्रिंग और विश फाउंडेशन शामिल हैं।
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