खालिस्तानी अलगाववादी गुरपतवंत सिंह पन्नू द्वारा अमेरिका में भारतीय राजदूत विनय मोहन क्वात्रा को धमकी दिए जाने की घटना को भारत ने काफी गंभीरता से लिया है और इस मसलो को वाशिंगटन में अधिकारियों के सामने उठाया है। भारतीय विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
भारत में प्रतिबंधित सिख फॉर जस्टिस के नेता पन्नू ने हाल ही में एक वीडियो मैसेज के जरिए धमकी देते हुए कहा था कि भारतीय राजदूत क्वात्रा अमेरिका में खालिस्तानी समर्थक सिखों के रडार पर हैं। उसने क्वात्रा को कथित तौर पर भारतीय-रूसी आतंकी नेक्सस का चेहरा बताया था।
पन्नू ने आरोप लगाते हुए कहा था कि क्वात्रा उत्तरी अमेरिका में खालिस्तानी गतिविधियों को काउंटर करने के लिए रूसी राजदूतों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, जो बदले में भारतीय खुफिया एजेंसियों को इनपुट प्रदान कर रहे थे।
पन्नू मामले पर भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने शुक्रवार को नई दिल्ली में वीकली प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि जब भी इस तरह की धमकियां दी जाती हैं, हम उन्हें बहुत गंभीरता से लेते हैं और अमेरिकी सरकार के सामने उठाते हैं।
जायसवाल ने आगे कहा कि इस विशेष मामले को भी हमने अमेरिकी सरकार के सामने उठाया है। हम उम्मीद करते हैं कि अमेरिकी सरकार हमारी सुरक्षा चिंताओं को गंभीरता से लेगी और इस पर कार्रवाई करेगी।
उधर अमेरिकी दूतावास के प्रवक्ता ने भारतीय राजदूत को धमकी पर कहा था कि अमेरिका सभी देशों के राजनयिकों और वाणिज्य दूतावास कर्मचारियों की सुरक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह जानकारी दी गई है।
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