भारत की पवित्र नदियों गंगा, यमुना और सरस्वती के किनारे बसा खूबसूरत शहर प्रयागराज (उत्तर प्रदेश राज्य) 2025 में महाकुंभ की मेजबानी को तैयार है। महाकुंभ हिंदू धार्मिक उत्सव है। यह 12 साल में आयोजित किया जाता है। अगले साल होने वाले इस महा त्योहार की तैयारियां तेज हो गई हैं। आयोजन आगामी 13 जनवरी से 26 फरवरी तक होना है। इस साल इसके आयोजन के लिए अस्थायी शहर बनाया जा रहा है, जो इतना विशाल होगा कि इसे अंतरिक्ष से देखा जा सकेगा। यह इतिहास में सबसे बड़ा जमावड़ा होगा।
छह सप्ताह तक चलने वाले महाकुंभ मेले के दौरान, भारतीय अधिकारी 400 मिलियन तीर्थयात्रियों के आने की उम्मीद कर रहे हैं। तीर्थयात्रियों में संयुक्त राज्य अमेरिका और कनाडा की संयुक्त आबादी से भी बड़ी संख्या में लोगों के आने की उम्मीद है। उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ का कहना है कि अधिकारी महाकुंभ को भव्य, आलौकिक और यादगार बनाने की तरफ पूरी मेहनत के कार्य कर रहे हैं। महाकुंभ का पहला स्नान 13 जनवरी 2025 को होना है।
मैनहट्टन के दो-तिहाई हिस्से के बराबर लगेंगे तंबू
एएफपी की रिपोर्ट के अनुसार, आयोजना की भव्यता और विशालता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि अमेरिकी शहर मैनहट्टन के क्षेत्रफल के दो-तिहाई हिस्से के बराबर विशाल तम्बू लगाए जाएंगे। महोत्सव के प्रवक्ता विवेक चतुर्वेदी ने कहा, "लगभग 350 से 400 मिलियन श्रद्धालु मेले में आ सकते हैं, इसलिए आप तैयारियों के पैमाने की कल्पना कर सकते हैं।" कुंभ की तैयारी एक नए देश की स्थापना करने जैसा है, इसके लिए सड़कों, लाइट, आवास और सीवरेज की स्पेशल व्यवस्था की आवश्यकता होती है।
चतुर्वेदी ने एएफपी को बताया, "जो बात इस आयोजन को अद्वितीय बनाती है, वह है इसकी विशालता। इस मेले की खास बात यह है कि इसमें निमंत्रण किसी को नहीं दिया जाता। हर कोई शुद्ध विश्वास से प्रेरित होकर अपने आप आता है। दुनिया में कहीं भी आप इतने बड़े पैमाने पर जमावड़ा नहीं देखेंगे, इसके बराबर तो छोड़िए इसके दसवां हिस्सा भी नहीं।"
महाकुंभ में श्रद्धालुओं की मौजूदगी के आंकड़ें हैरान कर देंगे
सऊदी अरब में मक्का की वार्षिक हज यात्रा में लगभग 18 लाख मुसलमान हिस्सा लेते हैं। चतुवेर्दी के मुताबिक कुंभ के आंकड़े हैरान करने वाले हैं। इस साल लगभग 150000 शौचालय बनाए गए हैं, 68,000 एलईडी लाइटिंग पोल लगाए गए हैं, और सामुदायिक रसोई एक ही समय में 50000 लोगों को खाना खिला सकती है। धार्मिक तैयारियों के साथ-साथ, प्रयागराज में बुनियादी ढांचे में बड़े पैमाने पर बदलाव किया गया है और शहर में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राज्य के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बड़े-बड़े पोस्टर लगे हुए हैं।
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